सुनील जायसवाल भाजपा बैढऩ में मण्डल उपाध्यक्ष के साथ-साथ युवा मोर्चा का रह चुका है अध्यक्ष, 4 आरोपी गिरफ्तार, 2 आरोपी हिरासत में
सिंगरौली: बैढऩ के जिलानी मोहल्ले में 31 की रात 8 बजे के बाद एक महिला की सनसनी खेज की हत्या एवं उसके बेटी पर प्राणघातक हमला किये जाने के मामले में पुलिस ने घटना के पॉचवे दिन इस अंधी हत्याकांड के गुत्थी का सुलझाने का दावा किया है।रीवा रेंज के आईजी एमएस सिकरवार ने आज दिन शुक्र वार की शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पत्रकारो के समक्ष जानकारी दी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता एवं एएसपी एसके वर्मा मौजूद थे। अंजू की हत्या में आधा दर्जन आरोपी शामिल हैं। रीवा जोन के आईजी ने बताया कि 31 मार्च को जिलानी मोहल्ला बैढऩ में किराना व्यापारी सुरेश जायसवाल के घर में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा घुसकर सुरेश जायसवाल की पुत्री दीक्षा और पत्नी अंजू पर जान से मारने कि नियत से गंभीर चोटे पहुंचाकर भाग गए थे।
जहां अंजू की मौत हो गई थी। एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना करते हुये फरियादी सत्यम जायसवाल की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध की धारा 450, 307, 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना स्थल निरीक्षण और मृतिका अंजू जायसवाल एवं पीडिता दीक्षा जायसवाल की चोटो से प्रतीत हुआ की अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा किसी धारदार व हथौड़े से गंभीर चोटे पहुचाई गई है। जहां आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिये गये और उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग अलग टीमों का गठन किया गया।
आईजी ने बताया की मुखबिर तंत्र एवं अन्य तकनीकी सहयोग से पाया गया की बिलौंजी निवासी बबलू जायसवाल उर्फ सुनील जायसवाल पिता कल्लू जायसवाल ने चार अज्ञात लड़कों को घटना की सुबह अपने घर लाया था एवं बैढऩ के रहने वाले दिनेश उर्फ गोलू रजक के साथ मिलकर लूट डकैती की योजना बनाई थी। बबलू द्वारा उन लड़कों को फरियादी के घर तक जाकर रेकी कर घटना कराई गई । आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक राड व एक सब्बल जप्त किया है। इधर आईजी ने यह भी बताया की चार आरोपी विशाल, दिनेश, रवीकांत एवं सुनील जायसवाल पर पहले से ही कई अपराध दर्ज हैं। इधर बताया जा रहा है कि जघन्य अपराध का मास्टरमाइंड सुनील उर्फ बबलू जायसवाल पूर्व में बीजेपी युवा मार्चा बैढऩ का अध्यक्ष एवं मण्डल का उपाध्यक्ष भी रह चुका है। हालांकि कुछ दिनो से वह पार्टी की गतिविधियों से दूर नजर आ रहा था। उक्त अपराध की गुत्थी सुलझाने में कई पुलिस सेवको की भूमिका सराहनीय रही है।
लूटपाट करने घूसे थे आरोपी, अन्य थे पॉच व्यापारी थे निशाने पर
आईजी का दावा है कि आरोपी बबलू जायसवाल अपने साथी के साथ पीडि़त सुरेश जायसवाल के घर में लूट करने की योजना बनाई थी। बाद घटना को अंजाम देने के लिए मार्च 2024 के अंतिम सप्ताह को तय कर सभी लोग वापस अपने अपने घर चले गए। योजना के अनुसार 31 मार्च को विशाल सहित अन्य तीन आरोपी अतुल, रविकान्त व दिनेश ट्रेन से सुबह बरगवां स्टेशन से बैढन आए और उनको आरोपी बबलू अपने घर पर रोका। उसके बाद शाम करीब 5 बजे लूट व डकैती करने के उद्देश्य से ताला तोडऩे के लिए लोहे की छड़ सब्बल एवं चाकू इत्यादि लेकर रेकी उपरांत घर में घुसे और मृतिका अंजू व उनकी बेटी दीक्षा को गंभीर चोटे पहुचाई। इसके बाद आरोपियों ने घर की अच्छे से तलासी ली गई परन्तु कोई भी जेवरात, बड़ी नगदी रकम आदि नही मिला। इधर गोलू ने आधा दर्जन बड़े व्यापारियों को चिन्हित कर लूटने का निशाना बनाया था।
बबलू 27 लाख का था कर्जदार, महादेव एप का था खिलाड़ी
पुलिस ने आरोपी की पहचान होने पर बिलौंजी थाना बैढऩ के रहने वाले बबलू जायसवाल को गिरफ्तार किया । पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी महादेव एप के माध्यम से सट्टा खेलने का आदी था इसके अलावा आरोपी बबलू द्वारा अन्य लोन देने वाले संस्थानों से करीब 27 लाख रूपए का कर्जा लिया था जिसे वह किसी भी कीमत पर चुकाना चाहता था। कर्जा चुकाने के लिए आरोपी बबलू अपने साथी मित्र गोलू रजक के साथ योजना बनाकर गलत रास्ता अपनाते हुए लूट, डकैती करने के उद्देश्य से इंस्टाग्राम के माध्यम से दिसम्बर 2023 व वर्ष 2024 के जनवरी-फरवरी माह में राज्य से बाहर के अपराधी दिनेश कुशवाहा, रविकान्त मौर्य दोनों निवासी बांदा उत्तरप्रदेश, दो अन्य निवासी बबराला, जिला संभल उत्तरप्रदेश से दोस्ती कर उनको सिंगरौली जिले में लूट व डकैती करने के लिए दिसम्बर-जनवरी-फरवरी माह में मिलने के लिए बुलाया गया।