इलाज के दौरान नवजात बच्ची की हुई मौत
जन्म देने वाली नाबालिग मां का चल रहा इलाज
भोपाल: ऐशबाग इलाके में नवजात बच्ची को पन्नी में लपेटकर फेंकने वाली एक नर्स और कथित डॉक्टर समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बुधवार सुबह पुलिस ने नवजात को लावारिस हालत में बरामद किया था, जिसकी गुरुवार को इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. इधर, बच्ची को जन्म देने वाली नाबालिग मां को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके स्वस्थ होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह करीब छह बजे डायल 100 को सूचना मिली कि पातरा पुल के पास एक घर के बाहर नवजात बच्ची पन्नी में लिपटी हुई मिली है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची ऐशबाग थाने की एफआरवी ने बच्ची को अपने संरक्षण में लिया और इलाज के लिए इंदिरा गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे.
यहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को हमीदिया अस्पताल परिसर स्थित सुल्तानिया अस्पताल रैफर कर दिया गया. गुरुवार को इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई है. अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ था केस बच्ची मिलने के बाद पुलिस ने आसपास के इलाके में परिजनों की तलाश की, लेकिन जब कोई पता नहीं चला तो अज्ञात माता-पिता के खिलाफ केस दर्ज किया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की एक विशेष टीम बनाकर बच्ची को फेंकने वालों की तलाश में लगाया गया. इलेक्ट्रानिक और तकनीकी जांच के साथ ही मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया. इस दौरान पता चला कि बच्ची को प्लास्टिक की थैली में रखकर फेंकने वाली एक महिला है, जो ऐशबाग में रहती है.
पुलिस ने संदेही महिला फिरदोस खान (43) को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बच्ची को फेंकने की बात स्वीकार कर ली. डॉक्टर के कहने पर कराया था प्रसव पूछताछ के दौरान फिरदोस ने बताया कि वह पहले नर्स का काम करती थी. अशोका गार्डन में रहने वाले डॉक्टर नाहर के कहने पर उसने एक नाबालिग का प्रसव कराया था. उसके बाद नवजात बच्ची को पातरा पुलिया के पास गली के एक मकान की दहलीज पर रखकर चली गई थी. फिरदोस के बयानों के बाद पुलिस ने कथित डॉक्टर सुरेंद्र नाहर (48) को भी गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल उसके पास किसी प्रकार की कोई डॉक्टरी डिग्री नहीं मिली है. नवजात की नानी भी गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में नवजात बच्ची की नानी को भी गिरफ्तार किया है. दरअसल एक नाबालिग बेटी के गर्भवती होने पर महिला ने डॉक्टर नाहर से संपर्क किया था. डॉक्टर नाहर के कहने पर फिरदोस ने नाबालिग का प्रसव कराया और जन्म लेने वाली बच्ची को लावारिस फेंक दिया था. प्रसव के दूसरे दिन नाबालिग अपने घर पर ही थी, लेकिन उसकी हालत बेहद खराब थी. पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. उसके स्वस्थ होने पर विस्तृत बयान लिए जाएंगे, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी