दर्शन करने आई जिस महिला को रुखसार समझा वह जांच में मंजू परमार निकली
उज्जैन। महाकाल लोक के सुरक्षाकर्मियों ने बुधवार सुबह एक संदिग्ध महिला दिखाई दी। जब उसे पकडऩे की कोशिश की गई तब वह भागने का प्रयास करने लगी। महाकाल की सुरक्षा एजेंसी ने उसे महाकाल थाना पुलिस के हवाले कर दिया, मौके पर खबर उड़ गई कि उक्त महिला मुस्लिम है और उसके पास संदिग्ध दस्तावेज हैं। जबकि उज्जैन पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि वो हिन्दू है पर उसका नाम मंजू परमार है।
उक्त महिला की तलाशी ली गई तो उसके झोले से उर्दू में लिखे गए कुछ दस्तावेज व 5 आधार कार्ड बरामद हुए हैं। आधार कार्ड में लोगों के नाम मुस्लिम हैं। महाकाल थाना पुलिस से लेकर सीएसपी ओपी मिश्रा व एसपी प्रदीप शर्मा ने भी इस मामले में संज्ञान लिया।
पूरे घटनाक्रम को लेकर जब नवभारत ने सीएसपी ओपी मिश्रा से चर्चा की तो उन्होनें कहा कि महिला शाजापुर महाकाल मंदिर पहुंचने वाली थी। लेकिन महाकाल लोक पहुंच गई, यहां मूर्तियों के दर्शन कर रही थी तभी सुरक्षा कर्मियों ने उसे पकड़ लिया नवभारत से चर्चा में सीएसपी ऑफिस मिश्रा ने बताया कि वह मुस्लिम नहीं है हिंदू ही है और उसका नाम मंजू परमार है। जब सुरक्षाकर्मियों ने मंजू परमार को पकड़ा तो उसके पास से पांच आधार कार्ड मिले, जिसमे रुखसार, शैफा शेख राजस्थान, फारूख व एक अन्य नाम दर्ज हैं। साथ ही उर्दू में छपी किताबें, स्टीकर और संदिग्ध वस्तुएं बरामद हुई। इसको लेकर भी सीएसपी ओपी मिश्रा ने कहा कि एक आधार कार्ड स्वयं का है और एक आधार कार्ड उसके भाई का है, बाकी आधार कार्ड उसे गुजरात में पड़े हुए मिले थे जो उसने उठा कर अपने पास रख लिए।
जब सुरक्षाकर्मियों ने झोला खोलकर देखा तो उसमें से उर्दू में छपी किताबें, स्लोगन लिखे स्टीकर, हिजाब, चादर बरामद हुए। झोले में एक हैंड पर्स भी रखा था जिसमें 1100 रुपए, 5 आधार कार्ड व कुछ कागजात भी मिले। महिला ने आंखों में सूरमा लगा रखा था। एक हाथ में चूड़ी पहन रखी थी।
लश्करे तैयबा की वजह से हुआ शक
गौरतलब है कि पिछले दिनों लश्कर-ए-तैयबा ने बीकानेर हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन प्रभारी को पत्र लिखकर महाकालेश्वर मंदिर को उड़ाने की धमकी दी थी। उसी के बाद से यह चर्चा जोरों पर थी कि यहां कोई संदिग्ध व्यक्ति हमला कर सकता है। जिसको लेकर जिला प्रशासन वैसे ही महाकाल मंदिर को लेकर काफी सतर्क हो गया है। जब बुधवार को महाकाल लोक में तैनात सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारियों ने एक महिला की गतिविधियों को संदिग्ध पाया।
नवभारत की पड़ताल में महिला कैंसर पीडि़त
नवभारत ने जब इस पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि उक्त महिला शाजापुर की रहने वाली है और वह कैंसर की बीमारी से जूझ रही है। जो लोग उसे ठीक होने के लिए मंदिर मस्जिद और इबादत के स्थान बताते हैं वहां वह चली जाती है कुछ लोगों ने कहा कि यदि दरगाह पर जाने में दिक्तत आए तो नाम रुखसार बता देना। इस वजह से उसने किसी को अपना नाम रुखसार बता दिया। अब महिला भी क्या करे उसे तो ठीक होने े लिये जहां जगह बतायी जाती है चली जाती है।
अविवाहित है महिला, आश्रम में पली बढ़ी
मंजू परमार पालक शिवनारायण हडलाईकलां निवासी अकोदिया है। बचपन में माता पिता की मृत्यु हो गई। आश्रम में पालन पोषण हुआ। शिवनारायण उसके पालक हैं। कुछ दिनों पूर्व गुजरात के मेहसाणा गई थी। वहां उनावा दातार बाबा की दरगाह पर 7 दिन तक रुकी थी। वहीं से उर्दू किताबें, स्टीकर व अन्य सामग्री मिली थी। उक्त महिला अविवाहित है। सीएसपी ओपी मिश्रा ने बताया कि बीमारी की वजह से महिला परेशान है और चिंताजनक कोई बात सामने नहीं आई है बाकी जांच की जा रही है।