नयी दिल्ली 09 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय कारोबारी समूह एस्सार ब्रिटेन में दुनिया की पहली डीकार्बोनाइज्ड ग्रीन रिफाइनरी बनने की राह पर है और सक्रिय रूप से अपने ग्रीन बिजनेस पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहा है।
एस्सार कैपिटल के निदेशक प्रशांत रुइया ने बुधवार को कहा कि एस्सार सक्रिय रूप से अपने ग्रीन बिजनेस पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य ग्रीन ट्रकिंग से लेकर अक्षय ऊर्जा समाधान और हमारी रिफाइनरियों में हाइड्रोजन के एकीकरण तक नवाचार के माध्यम से अपने क्षेत्रों को फिर से परिभाषित करना है।” उन्होंने ब्रिटेन में ऊर्जा बाजार में एस्सार की भागीदारी का उल्लेख किया, जहां समूह की रिफाइनरी वर्तमान में देश की ईंधन जरूरतों का 16 प्रतिशत पूरा करती है।
श्री रुइया ने कहा, “ब्रिटेन सरकार की हाल ही में डीकार्बोनाइजेशन के लिए 20 अरब पाउंड की प्रतिबद्धता के साथ हम स्टैनलो को दुनिया की पहली डीकार्बोनाइज्ड ग्रीन रिफाइनरी बनाने की राह पर हैं, जो वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 95 प्रतिशत तक कम करने के हमारे मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देगी।”
उन्होंने एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में घोषणा की कि एस्सार एनर्जी ट्रांजिशन अपनी स्टैनलो रिफाइनरी में ब्रिटेन के पहले बड़े पैमाने पर कम कार्बन हाइड्रोजन हब के निर्माण की अगुआई कर रहा है। एचपीपी1 के साथ यह हब 350 मेगावाट हाइड्रोजन प्रदान करेगा और सालाना 25 लाख टन कार्बन को कैप्चर करेगा, जो सड़क से 11 लाख कारों को हटाने के बराबर है।
उन्होंने कहा, “सड़क पर लगभग 40 लाख ट्रकों के साथ हमारा लक्ष्य एलएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों के संयोजन के माध्यम से उत्सर्जन को 70 प्रतिशत तक कम करना है।” एस्सार एलएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रक पारिस्थितिकी तंत्रों का संयोजन विकसित कर रहा है, जिसमें इलेक्ट्रिक ट्रक मुख्य रूप से छोटी दूरी के लिए और एलएनजी ट्रक लंबी दूरी के लिए उपयोग किए जाते हैं।
उन्होंने कहा, “एस्सार वर्तमान में 500 से अधिक ट्रकों का संचालन करता है और हमारी योजना अगले कुछ वर्षों में इसे काफी हद तक बढ़ाने की है।” उन्होंने आगे कहा कि एस्सार विभिन्न नवीकरणीय स्रोतों को एक हाइब्रिड मॉडल में एकीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध है जो चौबीसों घंटे विश्वसनीय ऊर्जा प्रदान करता है। एस्सार उद्योगों और उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली प्रदान करने के लिए बैटरी स्टोरेज और पंप हाइड्रो जैसे अभिनव समाधानों की खोज कर रहा है।
श्री रुइया ने व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य तरीके से ऊर्जा परिवर्तन को सक्षम करने के लिए एस्सार की रणनीति पर जोर देते हुए कहा, “हमारा मानना है कि ऊर्जा परिवर्तन का अधिकांश हिस्सा लागत-प्रतिस्पर्धी आधार पर कुशलतापूर्वक प्राप्त किया जा सकता है।”