चेन्नई, 09 सितंबर (वार्ता) भारतीय अंतरिक्ष संघ (आईएसपीए) ने कहा है कि भारत-फ्रांसीसी सहयोग अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नए रोमांचक चरण में प्रवेश कर रहा है।
यहां एक बयान में, आईएसपीए के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट (सेवानिवृत्त) ने जीआईएफएएस (फ्रांसीसी एयरोस्पेस उद्योग संघ) प्रतिनिधिमंडल की भारत यात्रा के संदर्भ में कहा कि दोनों देशों के पास अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और अन्वेषण में सहयोग का एक लंबा इतिहास है।
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों के बीच बढ़ते सहयोग के साथ यह साझेदारी एक नए रोमांचक चरण में प्रवेश कर रही है।
उन्होंने कहा कि फ्रांस भारत के अंतरिक्ष अभियानों के लिए उन्नत घटकों के सबसे बड़े प्रदाताओं में से एक है, जो भारत के बढ़ते अंतरिक्ष उद्योग में योगदान दे रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने कहा कि जैसे-जैसे वैश्विक अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा तेज होती जा रही है, भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियान और उपग्रह और अंतरिक्ष प्रणालियों में फ्रांस की उन्नत विशेषज्ञता के बीच तालमेल नवाचार एवं विकास के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि निजी उद्योग के लिए सहयोग करने का यह उपयुक्त समय है।
लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने कहा, “सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के लिए जीआईएफएएस के साथ हमारी साझेदारी हमें नई ऊंचाइयों तक ले जाने, नवाचार को बढ़ावा देने और पहले जैसी प्रगति लाने का अवसर प्रदान करती है।”
उन्होंने कहा कि “जीआईएफएएस प्रतिनिधिमंडल की भारत यात्रा पर, हम अपने दोनों देशों के बीच उद्योग सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, और पिछले साल उनके साथ हमारे समझौता ज्ञापन का उद्देश्य अंतरिक्ष उद्योग क्षमताओं की समझ को बढ़ाना और फ्रांस और भारत में व्यापार के अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।”
उन्होंने कहा कि एमओयू पहले से ही सदस्यों के लिए अधिक अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लाभ के माध्यम से संगठनों के व्यक्तिगत और सामूहिक सदस्यता आधार को बढ़ाने में सफल रहा है।