राष्ट्रोत्थान न्यास की तीन दिवसीय ज्ञान प्रबोधिनी व्याख्यानमाला का समापन
ग्वालियर : भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने भी अपने घोषणा पत्र में भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की बात कही थी। यह काम तीन स्तर यानी लव जिहाद, भूमि अतिक्रमण और धर्मांतरण के तहत किया जा रहा है। अगर हम समय रहते नहीं चेते और सिर्फ सरकार के भरोसे ही रहे तो वह दिन दूर नहीं होगा जब यह देश इस्लामिक राष्ट्र बन जाएगा।
यह बात पहली बार ग्वालियर आईं सामाजिक कार्यकर्ता काजल हिंदुस्तानी ने आईआईटीटीएम में आयोजित तीन दिवसीय ज्ञान प्रबोधिनी व्याख्यान माला के अंतिम दिन मुख्य वक्ता की आसंदी से कही। राष्ट्रोत्थान न्यास द्वारा पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर विषय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योगपति सुमित्रा साहनी ने की। इस अवसर पर न्यास के अध्यक्ष विजय गुप्ता भी मंचासीन रहे। आक्रामक शैली में ग्वालियर में भारत और बांग्लादेश क्रिकेट मैच के विरोध में अपनी बांह पर काली पट्टी बांधे श्रीमती हिंदुस्तानी ने कहा कि कैसे गजवा ए हिन्द के षड्यंत्र के लिए विभिन्न प्रकार के तरीके अपनाए जा रहे हैं।
लव जिहाद योजना पूर्वक किया जा रहा है जो हिन्दू समाज को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। यह सब योजना पूर्वक अलग-अलग तरीकों से प्रायोजित किया जा रहा है। चाहे फिल्में हों, चाहे टीवी सीरियल हों या फिर जिम खाने हो। सभी जगह हिंदू बहन-बेटियों को जिहादियों द्वारा झूठे प्रेम जाल में फंसा कर जिहाद का शिकार बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संतान की पहली गुरु मां होती है। इसलिए हम मातृशक्ति इस जिहाद से मुकाबला करने के लिए संकल्प बद्ध हों। यह हिंदू समाज के प्रति हमारा ही दायित्व है क्योंकि परिवार में कैसा माहौल हो यह सुनिश्चित करना महिलाओं के हाथ में होता है।
उन्होंने कहा कि अगर हम अपने बच्चे को छत्रपति शिवाजी बनाना चाहते हैं तो पहले हमें जीजा माता बनना होगा। अभी हमारे आदर्श फिल्मी हीरो-हीरोइन हैं और यहीं से लव जिहाद का प्रारंभ होता है। हम सब विभिन्न जाति-पांति में बंटे हुए हैं यही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है। इन सब कमजोरी को दूर करके ही हम हिंदू समाज को ऐसे षड्यंत्रों से बचा सकते हैं। हम सभी को अपनी रक्षात्मक शैली छोडक़र आक्रामक शैली अपनाना होगी। कार्यक्रम की प्रस्तावना विजय गुप्ता ने रखी। अतिथि परिचय डॉ.अश्विनी अग्रवाल ने दिया। व्यक्तिगत गीत पारुण बांदिल ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रेक्षा नाईक एवं आभार विनीता जैन ने व्यक्त किया।