ढाका, (वार्ता) बंगलादेश में चटगाँव हिल ट्रैक्ट्स के सम्मिलितो भिक्खु संघ ने इस साल प्राथमिक बौद्ध धार्मिक त्योहार ‘कोथिन चिबोर दान’ नहीं मनाने का फैसला किया है।
प्रोथोम अलो ने अपनी बताया कि चटगाँव हिल ट्रैक्ट्स में चल रही स्थिति और क्षेत्र में सुरक्षा की कमी के कारण बौद्ध भिक्षुओं ने आदेश जारी किए हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि रविवार को रंगमती शहर में मैत्री बौद्ध बिहार के देशनालय (एक ऐसा स्थान जहाँ धार्मिक उपदेश दिए जाते हैं) में एक मीडिया सम्मेलन में यह घोषणा की गई। रिपोर्टों के अनुसार, महीने भर चलने वाला ‘कोथिन चिबोर दान’ नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू होने वाला था। चटगाँव हिल ट्रैक्ट्स के सम्मिलितो भिक्खु संघ ने संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें परबत्य भिक्खु संघ के अध्यक्ष श्रद्धालंकार महाथेरा ने एक लिखित बयान दिया। संवाददाता सम्मेलन में साधनानंद महास्थबीर बाना भंते के शिष्य और संघ के उपाध्यक्ष सौरजागत महाथेरा, महासचिव तेजप्रिया महाथेरा, पर्वतीय भिक्षु परिषद के बंदरबन अध्याय के उपाध्यक्ष ज्ञानवंश महाथेरा और त्रिरत्न भिक्षु संघ की अध्यक्ष अग्निश्री महाथेरा और अन्य लोग शामिल हुए।
इस मौके पर श्रद्धालंकार महाथेरा ने बताया कि 18-20 सितंबर और 01 अक्टूबर को खगराछारी और रंगमती में 100 से अधिक दुकानों को लूटा गया, तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई तथा सांप्रदायिक झड़पें हुईं, जिसके कारण चार लोगों की मौत हो गई और बुद्ध की मूर्तियों और दान पेटियों को लूट लिया गया।
इस बारे में बात करते हुए उपायुक्त मोशर्रफ हुसैन खान ने प्रोथोम अलो को बताया, “हमने बौद्ध भिक्षुओं के ‘कोथिन चिबोर दान’ उत्सव न मनाने के फैसले के बारे में सुना है। जिला प्रशासन कल, सोमवार को उनके साथ बैठक करने वाला है। हम सुनेंगे कि वे वहां क्या कहते हैं। हमें लगता है कि कानून और व्यवस्था की स्थिति सामान्य है।”