* कुसमी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मन्दिर एवं मूर्ति चोरों के खुलासे से मामले में नई बात आई सामने
नवभारत न्यूज
कुसमी 6 अक्टूबर। जिले के आदिवासी अंचल कुसमी में मंदिर की चोरी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है। लेकिन जानकारी में नया खुलासा हुआ है। जहां मिली जानकारी के अनुसार मंदिर को इसलिए वहां से लोगों ने उठाना चाहा क्योंकि हमें मंदिर का जिर्णोद्धार करना था। जिले की आदिवासी अंचल कुसमी में मंदिर की चोरी की घटना ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी थी। जहां उसके बाद अब एक नया मोड़ सामने आया है। गांव के सरपंच सूर्य किरण सिंह ने जब खुद गए मंदिर के स्थान पर फिर से खुदाई की तब मंदिर के अवशेष वहां पर मिले। इसके बाद 10 फीट और नीचे खुदाई की गई तो मूर्ति भी मां की निकलकर सामने आ गई। इसके बाद पुलिस ने जांच की और जांच में सभी शामिल लोगो को गिरफ्तार कर लिया है। जिनमें से दो जेसीबी के चालक हैं तो दो अन्य लोगों को पुलिस ने इसमें अपराधी माना है जिनके कहने पर जेसीबी के द्वारा मंदिर को उठाने का प्रयास किया जा रहा था। वहीं आरोपी अमित सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि मेरी एक बहुत बड़ी मन्नत थी जो पूरी हो गई थी। मैंने मां कालिका से मांगा था जिसे मां कालिका ने पूरा किया था। इसके बाद मैने मंदिर के जीर्णोद्धार के उद्देश्य से वहां पर खुदाई की और मंदिर का पुनर्निर्माण करना चाहता था। लेकिन मंदिर की खुदाई करते समय मंदिर क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद मैं वहां से डर कर भाग गया। और लोगों ने यह अफवाह उड़ा दी कि मैं मंदिर की चोरी कर ली है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर थाना प्रभारी कुसमी भूपेश बैस ने जानकारी देते हुए बताया है कि मंदिर की चोरी की घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मंदिर के सारे अवशेषों को ढूंढ लिया गया है एवं मूर्ति को भी खोज लिया गया है। साथ ही दो चालक से संबंधित थे और दो अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है। कुल मिलाकर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अमित सिंह, दीपक सिंह, प्रदीप साहू और रामजी साहू इस मामले में आरोपी बने हैं। वहीं पूरे ममले मे एसडीओपी कुसमी रोशनी सिंह ठाकुर, थाना प्रभारी कुसमी भूपेश कुमार वैश, थाना प्रभारी मझौली दीपक बघेल, थाना प्रभारी भुइमाड तेजभान सिंह, चौकी प्रभारी डीके रावत, चौकी प्रभारी टिकरी पुष्पेन्द्र सिंह की भूमिका सराहनीय रही है।
००००००००००००