64 किलोमीटर में जुड़ेंगे आठ बड़े गांव
नवभारत न्यूज
इंदौर. शहर के 165 किलोमीटर लंबे आउटर रिंग रोड को लेकर जमीन अधिग्रहण की कारवाई शुरू हो गई है. उक्त सड़क दो हिस्सों में बनेगी. पहला हिस्सा 64 किलोमीटर के लिए नोडल एजेंसी एनएचएआई को बनाया गया है. उक्त हिस्से के लिए पांच सौ करोड़ भू अर्जन और करीब दो हजार करोड़ रुपए सड़क निर्माण लागत तय की गई है.
आउटर रिंग रोड के 64 किलोमीटर के पूर्वी भाग को दो हिस्सों में बनाया जाएगा. पहले हिस्सा को बायपास के आगे खंडवा गांव से हातोद 35 किलोमीटर और दूसरा हातोद से डकाच्या होते हुए क्षिप्रा तक 30 किलोमीटर का बनेगा. इसके लिए शासन ने अहमदाबाद गुजरात की कंपनी एमकेसी कंस्ट्रक्शन का टेंडर मंजूर कर दिया है. आउटर रिंग रोड 80 मीटर चौड़ी होने के साथ सिक्स लेन की बनेगी। भविष्य में उक्त सड़क के साथ सर्विस रोड की आवश्यकता पड़ने पर जमीन अधिग्रहण की कार्यवाई नहीं करना पड़ेगी. उक्त सड़क के काम शुरू करने के लिए भू अर्जन की कारवाई शुरू हो चुकी है. इसमें पीडब्ल्यूडी, पीएचई, वन , राजस्व और उद्यानिकी विभाग के अधिकारी मुआवजा तय कर अवार्ड पारित करेंगे। यह काम अगले दो माह में पूरा हो जाएगा. उक्त सड़क से शिप्रा, हातोद, डकाच्या, सांवेर सीधे जुड़ जाएंगे। सभी गांव की जमीनो के लिए सरकार ने 550 करोड़ रुपए भू अर्जन के मंजूर कर दिए है. वही सड़क निर्माण की देखरेख एनएचएआई करेगा और साथ ही ठेकेदार कंपनी एमकेसी कंस्ट्रक्शन को सड़क निर्माण में बाधक परेशानियों एवं साइड क्लियर करके देगा.
इनका कहना है…..
एनएचएआई के सोमेश बांझल ने कहा सड़क निर्माण एजेंसी तय हो चुकी है। जमीनों का अवार्ड पारित होने के बाद काम शुरू कर देंगे. काम सरकार की जमीन अधिग्रहण की कारवाई पूरी करते ही शुरू हो जाएगा.