स्ट्रीट डॉग को देखकर बच्ची भागी, उल्टियां हुई अस्पताल में उपचार के दौरान मौत, निगम आयुक्त ने कहा जांच का विषय
उज्जैन। स्ट्रीट डॉग की वजह से शुक्रवार को फिर एक बच्ची की जान चली गई। बोहरा परिवार के साथ कुत्तों की वजह से जान जाने की यह तीसरी घटना है साथ ही एक और युवक की कुत्ता काटने से 20 दिन पहले मौत हो गई थी अब उज्जैन में कुत्तों के खिलाफ आम जनता का गुस्सा बढऩे लगा है। वहीं अनेक दुर्घटनाएं भी इन आवारा कुत्तों के कारण होती हैं। जिसमें जब बच्चे सायकल या वाहन से जाते हैं तो ये आवारा कुत्ते पीछे लपक जाते हैें जिससे बच्चे घबराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं और अभिभावक फिर इनके उपचार में जुट जाते हैं और शिकायत नहीं करा पाते हैं।
दरअसल उज्जैन के केडी गेट स्थित बोहरा बाखल इलाके में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां 7 साल की एक बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि कुत्ते के डर से भागने के कारण बच्ची की जान चली गई। कुत्ते से लेकर बच्ची के भागने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
घर के बाहर खेल रही थी
केडीगेट निवासी 8 वर्षीय अनसिया पिता मुस्तफा लोहावाला अपने घर के बाहर खेल रही थी। तभी एक कुत्ते ने बच्ची को काटने की कोशिश की। इस आपाधापी और दौड़भाग से बच्ची बुरी तरह सहम गई।अनसिया को उपचार के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया जब तक बच्ची की सांस थम चुकी थीं।
बच्ची का शुक्रवार को पेपर था
क्या हुआ, कैसे हुआ, किन परिस्थितियों में बच्ची की मौत हुई यह तो अभी जांच का विषय है। बावजूद घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। शुक्रवार को एक 7 साल की मासूम बच्ची की जिस तरह से जान चली गई। बच्ची फ्रीगंज इलाके के व्यापारी मुस्तफा लोहेवाले की बेटी थी और सेंट पॉल स्कूल की पहली कक्षा में पढ़ती थी। शुक्रवार को बच्ची की परीक्षा थी। इसके बाद वह दोपहर करीब 1.30 बजे घर लौटी। वैसे शहर के हर क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक मचा हुआ है, जहां सुबह के समय कुत्ते अधिक पीछे लग जाते हैं।
बोहरा समाज में तीसरी घटना
इससे पूर्व डाबरी पीठा में एक्टिवा से बच्चों को स्कूल छोडऩे जा रही महिला के पीछे कुत्ते लग गए थे तब महिला व बच्चे स्कूटर से गिरकर घायल हो गए थे। एक अन्य घटना में बोहरा समाज के एक व्यापारी अली असगर कागजी जो कुवैत से उज्जैन आये थे, उन्हें भी कुत्ते ने काट लिया था जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई थी, यह तीसरी बड़ी घटना हुई है। इसके अलावा भी कई बार ऐसी घटना अन्य परिवारों के साथ हो चुकी हैं। लेकिन इस मामले में कोई भी कार्रवाई आज तक नहीं हुई है।
इनका कहना-मौत क्यों हुई यह जांच का विषय
घटना तो दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारी कार्रवाई भी सतत स्ट्रीट डॉग पर चल रही है। वहीं गली मोहल्लोंसे निगम कुत्तों को पकड़ रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश हंै कि कुत्तों का वैक्सीनेशन करके उन्हें वापस मोहल्ले में छोड़ दें। आपने देखा होगा कि छोटे कुत्तों की संख्या ज्यादा नहीं है। रही बात शुक्रवार को हुई घटना की तो सीसीटीवी में दिख रहा है कि कुत्ता न लपका, ना भोंका, ना काटा बच्ची क्यों डर गई है जांच का विषय है।
-आशीष पाठक, नगर निगम आयुक्त
विधायक के नेतृत्व में धरना
तराना विधायक महेश परमार और शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी से लेकर क्षेत्रीय पार्षद और सैकड़ों कांग्रेसियों ने केडीगेट मार्ग स्थित कमरी मोहल्ले में घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन नगर निगम को कोसा और कहा कि मुख्यमंत्री के गृहनगर में बार-बार कुत्ता काटने की घटनाएं हो रही हैं। कुत्तों से डर कर लोगों की जान जा रही है और जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। मौके पर नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक और पुलिस पहुंची और धरना प्रदर्शन समाप्त करवाया।