उमरिया। आरोपी डॉ राजेंद्र मांझी ने शिकायतकर्ता वीरेंद्र यादव से उसके भतीजे बाली यादव की पीएम रिपोर्ट बनाने के लिए 10,000 की रिश्वत मांगी थी, इस बात का सत्यापन लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा कराया गया तो वास्तविकता में आरोपी डॉक्टर मांझी ने शिकायतकर्ता से सत्यापन के दौरान डरा धमका कर 3000 रुपए ले लिए और 3000 और देने के लिए कहा था। आज 3 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में टीम गठित कर आरोपी डॉक्टर राजेंद्र मांझी को शिकायतकर्ता से 3000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ ट्रैप किया गया है।
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