पितृमोक्ष के लिए 1 लाख ने नर्मदाजी में लगाई डुबकी

नर्मदाजी में डूबने से 2 की मौत

नवभारत न्यूज
ओंकारेश्वर। सर्व पितृमोक्ष अमावस्या पर करीब 1 लाख श्रद्धालुओं ने नर्मदाजी में स्नान कर पुण्य लाभ लिया। पिछले वर्षों के अनुसार इस वर्ष सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर आने वाले भक्तों की संख्या कम रही। चौदस के दिन भी करीब 30 हजार भक्त ओंकारेश्वर पहुंचे थे।
अमावस्या को एक लाख भक्त ओंकारेश्वर और खेड़ीघाट पहुंचे। नर्मदाजी में स्नान कर डुबकी लगाकर पुण्यलाभ अर्जित किया। पिछले वर्षों के मुताबिक इस वर्ष भक्तों की संख्या कम रही। सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।
पानी बिजली सफाई की प्रबंध किए गए थे। पार्किंग व्यवस्था नगर से बाहर की गई थी। इस पर्व पर मालवा निमाड़ के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की संख्या काफ़ी थी। इनका मुख्य उद्देश्य नर्मदा स्नान रहता है।
ओंकार पर्वत की परिक्रमा कर प्राचीन मंदिरों के दर्शन लाभ भी लिए। सोलह दिन से चल रहे श्राद्ध पक्ष का समापन भी हुआ। तर्पण की पूर्णाहुति हुई। नर्मदा जी की पूजा की गई। गुरुवार से नवरात्री उत्सव की घट स्थापना होगी।

युवती को बचाने में मौसी भी डूबी,दोनों की मौत

दो युवतियों की नर्मदाजी में डूबने से मौत हो गई। निहारिका निवासी कलालखेड़ी अपने मौसा मौसी के साथ नर्मदाजी के स्नान करने आई थीं। इसी तरह रेनू नाम की युवती की भी मौत हो गई। घटना समीपस्थ ग्राम बिल्लोरा घाट के पास की है। निहारिका पैर फिसलने से गहरे पानी में चली गई थी। निहारिका को पकडऩे के लिए मौसी रेनू पति संजय पाटीदार निवासी मक्सी नर्मदाजी में आगे बढ़ गई। दोनों डूबने लगे। चिल्ला-चोट होने पर नजर निहाल आश्रम के सेवक आ गए। उन्होंने रेनू को पकड़ लिया। रेनू गहरे पानी में चली गई। परिवार वालों ने तुरंत बड़वाह अस्पताल ले गए। पानी अधिक पीने से उसकी मृत्यु हो गई। डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। चौकी पर खबर लगते हीं पुलिस पंहुची। निहारिका को ढूंढ़वाया। उसकी लाश निकाली। मान्धाता अस्पताल में पोस्टमार्टम किया। रेनू का पोस्टमार्टम बड़वाह हुआ। दोनों के शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए।

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