लीमा (वार्ता) पार्थ राकेश माने ने जूनियर विश्व चैंपियनशिप की 10 मीटर एयर राइफल में व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए दोहरा स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
सोमवार को इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में पार्थ ने 10 मीटर एयर राइफल व्यक्तिगत खिताब जीतने के बाद, अजय मलिक और अभिनव शॉ के साथ मिलकर पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक जीता।
गौतमी भालोट, शांभवी क्षीरसागर और अनुष्का थोकुर की भारतीय महिला टीम ने 10 मीटर एयर राइफल में 1894.8 के संयुक्त स्कोर के साथ नया जूनियर विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। इन तीन स्वर्ण पदकों के साथ जूनियर शूटिंग विश्व चैंपियनशिप में भारत के पदकों की संख्या आठ हो गई है। भारत टूर्नामेंट में अब तक पांच स्वर्ण और तीन कांस्य पदक जीत चुका हैं।
पुरुषों की स्पर्धा में पार्थ माने, अजय मलिक और अभिनव शॉ ने 1883.5 का स्कोर अर्जित करके टीम का खिताब सुरक्षित किया। पार्थ माने ने पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार 10.0 से ऊपर शॉट लगाए। उनके 250.7 के स्कोर ने चीन के लिवानलिन हुआंग (250.0) को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया।
अमेरिका के ब्रैडेन वेन पेइजर ने 229.1 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता, जबकि पेरिस 2024 ओलंपिक के रजत पदक विजेता विक्टर लिंडग्रेन 207.2 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहे।
अजय मलिक को शूट-ऑफ में लिंडग्रेन से हार का सामना करना पड़ा और वह 186.7 के स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर रहे। पिछले साल व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले अभिनव शॉ अपने खिताब को डिफेंड नहीं कर सके और 144.2 के साथ सातवें स्थान पर रहे। इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में अजय मलिक 628.8 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। पार्थ माने (627.7) चौथे, जबकि अभिनव शॉ (627.0) छठे स्थान पर रहे।
भारतीय निशानेबाजों ने 1883.5 के संयुक्त स्कोर के साथ टीम स्पर्धा में पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया और अमेरिका (1877.6) और जर्मनी (1873.9) को पीछे छोड़ने में कामयाब रहे।
क्वालीफाइंग राउंड से आठ निशानेबाजों ने व्यक्तिगत फाइनल 10 मीटर एयर राइफल फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
महिलाओं के क्वालिफिकेशन राउंड में गौतमी भनोट (634.7) दूसरे स्थान पर रहीं जबकि शांभवी क्षीरसागर (632.6) और अनुष्का थोकुर (627.5) क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं। तीनों के 1894.8 के संयुक्त स्कोर ने यूएसए (1881.8) और नॉर्वे (1876.7) को हराकर खिताब जीतने में मदद की।
हालांकि, भारतीय तिकड़ी व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीत नहीं सकी। फाइनल में गौतमी (209.3) चौथे, शांभवी (188.4) पांचवें और ओजस्वी ठाकुर (146.1) सातवें स्थान पर रहीं।
चीन की जिफेई वांग (253.0), फ्रांस की निशानेबाज ओसिएने मुलर (251.6) और अमेरिका की केटी जून (230.2) ने संबंधित क्रम में पोडियम पर जगह बनाई।