शारदीय नवरात्रि को लेकर मां बगलामुखी मंदिर में चल रही तैयारियां
नलखेड़ा,1 अक्टूबर. विश्व प्रसिद्घ मां बगलामुखी मंदिर में इन दिनों शक्ति की भक्ति के महापर्व शारदीय नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर चल रही है. मां बगलामुखी मंदिर पर नवरात्रि में माता के दर्शन हेतु दूर दूर से आने वाले लाखों श्रद्घालुओं की व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक तैयारी की जा रही है. मंदिर के गर्भगृह, परिसर, हवनकुंड क्षेत्र आदि में साफ. सफाई एवं रंग रोगन हो रहा है.
मां बगलामुखी मंदिर सहित क्षेत्र के माता मंदिर पर भी आकर्षक साज सज्जा की जा रही है. शारदीय नवरात्रि के दौरान मां बगलामुखी मंदिर पर हवन पूजन, अनुष्ठान, जप तप, व्रत, महाआरती, भंडारा, भजन कीर्तन आदि का दौर निरंतर चलेगा. तीन अक्टूबर से प्रारंभ हो रहे शारदीय नवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर क्षेत्र में पेयजल, प्रकाश साफ. सफाई आदि आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं. मंदिर पर आने वाले श्रद्घालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था भी की जा चुकी है ताकि भक्त कतारबद्ध होकर चलते हुए मां के दर्शन का लाभ ले सकें. इसके अलावा वाहन पार्किंग क्षेत्र को भी व्यवस्थित कराया जा रहा है. गत दिवस मंदिर पर तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को लेकर बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में कलेक्टर राघवेंद्र सिंह, एसपी विनोद कुमार सिंह, एसडीएम मिलिंद ढोक तथा संबंधित अधिकारियों ने पर्व की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों, प्रबंधन समिति के सदस्यों एवं पत्रकार गण के साथ विचार विमर्श किया गया था. मंदिर पर सुरक्षा, यातायात, पेयजल, पार्किंग, सफाई आदि के लिए आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि पर्व के नो दिन में प्रतिदिन दिन व रात में अधिकारी व कर्मचारियों की ड्यूटी मंदिर पर रहेगी जो व्यवस्थाओं पर सतत निगरानी रखेंगे.पर्व के दौरान फैले अस्थायी अतिक्रमण हटाने व उचित कार्य करना चाहिए ताकि श्रद्घालुओं को कोई असुविधा न हो. इसके अलावा मंदिर क्षेत्र के समीप ईदगाह बल्ड़ी पर वाहनों की पार्किंग करवाने मंदिर के अंदर बाहर बैरिकेडिंग करने, स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ दवाइयों की उपलब्धता करने, नदी के किनारों व मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा हेतु अतिरिक्त पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाने शीतल जल हेतु वाटर कूलर आदि के इंतजाम करने के निर्देश दिए थे.पर्व के दौरान ऐसी व्यवस्था की जाए कि मंदिर पर आने वाले वीवीआईपी वीआईपी के लिए भी व्यवस्था न टूटे और श्रद्घालुओं को भी माता के दर्शन आसानी से हो सकें.