मचा हडक़ंप, रातभर चली सर्चिंग के बाद सुबह बगीचा में छिपा मिला सजायाफ्ता बंदी
जेल प्रहरी, हवलदार सस्पेंड, थाने में एफआईआर दर्ज
जबलपुर। नेताजी सुभाचन्द्र बोस केन्द्रीय जेल जबलपुर में सुरक्षा की चौकसी तोडक़र दुष्कर्म – पाक्सो एक्ट के प्रकरण में आजीवन कारावास की सजा से दंडित कैदी बैरिक से फरार हो गया जब इसकी भनक जेल प्रशासन को लगी तो हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में पश्चात जेलर प्रशासन तत्काल पश्चिमी खण्ड पहुंचे गए और पश्चिमी खण्ड के समस्त बैरिकों व उसके आस पास सघन सर्चिंग ऑपरेशन चला लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मामले में कैदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद जेल प्रशासन ने जेल प्रहरी और हवलदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं। सुबह सर्चिंग के दौरान कैदी बगीचा में मिल गया जिसके बाद जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली।
ये कैसी सुरक्षा: कैदी भाग रहे, गैंगवार हो रहा
विदित हो कि जेल में भले ही सुरक्षा का सख्त पहरा होने का दावा किया जाता है लेकिन समय समय पर सारे दावों की पोल खुल जाती है। इस घटना के बाद एक बार फिर जेल की सुरक्षा सवालों के घेरे में आ गई है। पूर्व में जेल में कुछ जेल प्रहरियों को जहां गांजे के साथ पकड़ा जा चुका है तो वहीं गैंगवार तक हो चुके है। अभी हाल ही में गैंगवार हुए जिसके बाद कैदियों को दूसरे जिलों की जेलों मेेंं शिफ्ट तक करना पड़ गया था। इसके अलावा पूर्व में कई कैदी फरार हुए।
सन् 2015 में किया गया था स्थानांतरण
जानकारी के मुताबिक दंडित बंदी रमेश पिता दद्दी कोल 32 वर्ष निवासी लालनगर कैमोर थाना कैमोर जिला कटनी मप्र न्यायालय सत्र न्यायालय कटनी के विशेष प्रकरण धारा 363, 366, 376 (1) एवं धारा 5 (एल) (एच)/6 पाक्सो एक्ट 2012 में आजीवन कारावास की सजा भुगतने के लिए जिला जेल कटनी से केन्द्रीय जेल जबलपुर 22 मार्च 2015 को स्थानांतरण किया गया था। दंडित बंदी रमेश पिता दद्दी कोल पश्चिमी खण्ड के बैरिक नं. 9 में परिरूद्ध था।
गिनती हुई तो उड़ गए होश
गुरूवार को को पश्चिमी खण्ड का सायंकाल का लॉकप बंद करते समय लगभग सायंकाल 7:45 बजे गिनती करने पर पश्चिमी खण्ड के बैरिक क्रमांक 9 ए एवं 9 बी सुरक्षा डयूटी पर तैनात सुरेन्द्र तुरकर प्रहरी केन्द्रीय जेल जबलपुर द्वारा बैरिक में बंदियों की गिनती करते समय 1 बंदी रमेश पिता दद्दी कोल बार-बार गिनती करने पर वार्ड में नहीं पाये जाने के कारण सुरेन्द्र तुरकर प्रहरी द्वारा पश्चिमी खण्ड के खण्डाधिकारी को सूचना दी गई कि 1 बंदी बैरिक नं. 9 में कम है। जिसके बाद जिम्मेदारों के होश ही उड़ गए।
रात्रि एक बजे तक चली सर्चिंग
कैदी के भागने से जेल में अलर्ट जारी हुआ। जेलर प्रशासन तत्काल पश्चिमी खण्ड पहुंच कर पश्चिमी खण्ड के समस्त बैरिकों व उसके आस पास सघन तलाशी कराई गई। समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित हुए एवं रात्रि 1 बजे तक जेल के सम्पूर्ण भागों की सघन तलाशी जारी रही इसके बाद मामले में सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।
दो सहायक जेल अधीक्षक, आठ प्रहरियों की तैनाती-
अधीक्षक के निर्देशानुसार रात्रि के दौरान 2 सहायक जेल अधीक्षक एवं 8 प्रहरियों द्वारा आजाद हिन्द खण्ड तालाब बगीचा जो कि लगभग 7-8 एकड़ में फैला हुआ है आउटरवॉल एवं सभी जगह की पेट्रोलिंग सतर्कता पूर्वक निरंतर जारी रखी गई। इसके प्रात: ड्यूटी में तैनात प्रहरियों एवं कार्यालयीन कर्मचारियों से सघन तलाशी के दौरान सुबह लगभग 8 बजे उपरोक्त दण्डित बंदी तालाब बगीचा में जेल के अंदर ही पाया गया।
ये हुए निलंबित
मामले में जेल अधीक्षक ने ड्यूटी पर तैनात जेल प्रहरी सुरेन्द्र तुरकर, हवलदार विजय गुप्ता को प्रथम दष्टया दोषी पाये जाने पर निलंबित कर दिया है।