नयी दिल्ली 27 सितंबर (वार्ता) देश के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्सयुमीनियम ने आज कहा कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के विशेष आदेश के प्रभावी होने से पहले की उसके वायर रॉड्स और रोल्ड उत्पादोें को बीआईएस प्रमाणन मिल गया।
कंपनी ने यहां जारी बयान में कहा कि डीपीआईआईटी के आदेश के तहत भारत में बेचे जाने वाले सभी एल्युमीनियम वायर रॉड्स और रोल्ड उत्पादों जैसे- शीट्स, प्लेट्स और स्ट्रिप्स को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित किया जाना अनिवार्य है। ऐसे में वह इन उत्पादों के लिए बीआईएस प्रमाणन प्राप्त करने वाली भारत की पहली और एकमात्र कंपनी बन गयी है जिसने निर्धारित समय से पहले यह प्रमाणन हासिल कर लिया है।
डीपीआईआईटी को यह आदेश से 26 सितंबर से प्रभावी हो गया है। यह प्रमाणीकरण छत्तीसगढ़ में कंपनी के बाल्को प्लांट और ओडिशा स्थित कंपनी की झारसुगुड़ा इकाई में निर्मित किए जाने वाले उत्पादों के लिए मिला है। कंपनी को विभिन्न एल्युमीनियम उत्पादों के लिए बीआईएस प्रमाणन प्राप्त हुआ है। इसमें 12 मिलीमीटर वायर रॉड्स, रोल्ड शीट्स, रोल्ड कंडक्टर प्लेट्स, रोल्ड प्लेट्स, ईसी इंगोट्स, अलोए इंगोट्स और प्राइमरी इंगोट्स शामिल हैं। ये सभी उत्पाद विभिन्न इंजीनियरिंग और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए काम आते हैं। कंपनी को इसके 17 उत्पादों के अंतर्गत 7 बीआईएस प्रमाणन प्राप्त हुए हैं, जिससे भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही बाजारों में इसका प्रतिस्पर्धात्मक रूप से विस्तार हुआ है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय तथा खान मंत्रालय ने 31 अगस्त, 2023 को विशेष साझेदारी के तहत एल्युमीनियम और इसकी मिश्र धातुओं के लिए नए गुणवत्ता नियंत्रण नियम पेश किए। अनिवार्य रूप से बीआईएस प्रमाणीकरण के लिए सरकार द्वारा 26 सितंबर, 2024 तक की समय सीमा दी गई थी लेकिन, वेदांता एल्युमीनियम ने इसे पहले ही अपने उत्पादों का प्रमाणीकरण करवा लिया।