सियासत
आदिवासियों के बीच काम करने वाले संघ के अनुषांगिक संगठन वनवासी कल्याण परिषद को 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं. इस अवसर पर पूरा संघ परिवार आदिवासी अंचल में विशेष कार्यक्रम करेगा. इस संबंध में हाल ही में भोपाल में भाजपा और संघ की बैठक में भी चर्चा हुई है. इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, विष्णु दत्त शर्मा, शिव प्रकाश जैसे नेता मौजूद रहे. दरअसल, शाखा कार्य विस्तार के अलावा संघ आदिवासियों के बीच डीलिस्टिंग आंदोलन, जल ग्रहण क्षेत्र बढ़ाने के लिए शिवगंगा जैसे अभियान, आदिवासियों को धार्मिक और सामाजिक, सांस्कृतिक पर्वों से जोड़ने का अभियान, आदिवासी युवाओं को रोजगार तथा उनकी शारीरिक क्षमता को देखते हुए क्रीडा इत्यादि गतिविधियों से युवाओं को जोड़ने का अभियान भी संघ चला रहा है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यद्यपि राजनीति में हिस्सा नहीं लेता लेकिन उसकी गतिविधियों और उसके अभियानों का लाभ भाजपा को मिलता है. संघ के शीर्ष पर पदाधिकारी मध्यप्रदेश के लगातार प्रवास कर रहे हैं. उनके अलावा पिछले दिनों भैया जी जोशी भी मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं. भैया जी जोशी के अलावा मौजूदा सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, और सह सरकार्यवाह अरुण कुमार भी मध्य प्रदेश के दौरे करते रहते हैं.
जाहिर है संघ नेतृत्व लगातार मध्यप्रदेश में कार्य विस्तार पर जोर दे रहा है. संघ कार्य विस्तार का अर्थ है कि राजनीतिक रूप से इसका लाभ भाजपा को मिलना है. संघ 2025 में अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष बना रहा है. शताब्दी वर्ष को पूरे वर्ष तक मनाया जाएगा इसके लिए पूर्णकालिक विस्तारक निकाले गए हैं. जिन्हें शताब्दी विस्तारक का नाम दिया गया है. मध्यप्रदेश में 235 शताब्दी विस्तारक निकले हैं. प्रदेश के तीनों प्रांतों को मिलाकर संघ की दैनंदिन चलने वाली शाखाओं की संख्या अब लगभग 7300 हो चुकी है. इसे बढ़ाकर 10,000 तक किया जा रहा है। इसके अलावा सेवा प्रकल्प भी चलाए जा रहे हैं. इसी के साथ संघ के 36 अनुषांगिक संगठन में मध्यप्रदेश में अपना नेटवर्क मजबूत करने में लगे हुए हैं