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रीवा/चाकघाट, 22 सितम्बर, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 में टोल टैक्स के नाम पर हो रही नियम विरुद्ध वसूली लोगों के गले नहीं उतर रही है. जहां एक और नारीबारी के समीप गन्ने में टोल बैरियर लगाकर वाहनों से वसूली की जा रही है वहीं इसी मार्ग में रीवा जाते समय सोहागी पहाड़ के ऊपर भी टोल बैरियर लगाकर दुबारा वसूली हो रही है.
इन दोनों टोल बैरियर के बीच 25 किलोमीटर से भी कम की दूरी है. इन 25 किलोमीटर के बीच दो बैरियर लगाकर टोल के नाम पर हो रही वसूली शासन के टोल नियमों की धज्जियां उड़ा रही है. अभी हाल में ही सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात उभर कर सामने आई है की राष्ट्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सदन को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि 60 किलोमीटर के पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल वसूली नहीं होनी चाहिए किंतु राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 जोकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है वहां 25 किलोमीटर से भी कम दो टोल बैरियर लगाकर वसूली की जा रही है. इस वसूली से जहां एक और वाहन स्वामियों को दोबारा पैसा देना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो देश के परिवहन मंत्री की घोषणा और शासन की योजना का खुला उल्लंघन यहां पर हो रहा है न जाने कितने अधिकारी और जिम्मेदार लोग इस बैरियर से गुजरते हैं और इस अन्याय को अभी तक रोक नहीं पाए हैं. यहां 25 किलोमीटर के भीतर दो टोल बैरियर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी की घोषणा को झूठी साबित कर रही है. सडक़ परिवहन विभाग के अधिकारी इस मामले में उतने गंभीर नहीं है जितना की गंभीर होने का दावा भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है. एक टोल बैरियर से दूसरी टोल बैरियर की दूरी को नज़र अंदाज़ किया जा रह है. जांच करके और दोनो टोल बैरियर में एक को समाप्त किया जाना चाहिए. आगामी वर्ष 2025 के प्रारंभ पर तीर्थराज प्रयाग में महाकुंभ मेले का आयोजन होगा. ऐसे समय में दक्षिण भारत के तमाम श्रद्धालु जन इस रास्ते से होकर प्रयागराज जाएंगे. उन्हें भी टोल के नाम पर 25 किलोमीटर के भीतर दो बैरियरों पर टोल का भुगतान करना पड़ेगा जो शासन की योजना की विरुद्ध है. सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार राम लखन गुप्त ने भारत सरकार के सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर गन्ने टोल प्लाजा को समाप्त किए जाने की भी मांग की है.