चैकिंग के दौरान सख़्त कार्यवाही नहीं
जबलपुर: शहर की सडक़ों पर अभी भी कुछ ऐसे वाहन दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं। जिन पर ना ही नंबर प्लेट होती है, और जिसमें नंबर प्लेट होती है तो वह भी आधी- अधूरी रहती है। वहीं कुछ गाडिय़ां ऐसी भी है जिन्होंने अपने नंबर प्लेट से कुछ अंक गायब कर दिए हैं। इसके कारण उनके वाहन चौराहों पर ई- चालान की कार्यवाही से बच सकें और कोई भी उनकी गाड़ी को ना पहचान सके। वहीं दूसरी ओर जब शहर में हेलमेट चेकिंग और वाहनों की चेकिंग की जाती है, तब इस पर पुलिस द्वारा ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है। इसके कारण बेखौफ होकर वाहन चालक अपनी गाडिय़ां बिना नंबर के दौड़ा रहे हैं।
डिजाइनर नंबर का चलन, नहीं समझ आते अंक
कई वाहनों पर हिंदी में नंबर लिखाए जाते हैं तो कुछ लोग नंबर प्लेट पर डिजाइन बनवाते हैं,जिससे नंबर से ज्यादा प्लेट पर बनी डिजाइन आकर्षित होती है। वहीं दूसरी ओर इस कुछ ऐसे भी नंबर लोग लिखवाते हैं जिससे नंबर हिंदी में लिखे शब्द के समान दिखते हैं ऐसे ही कई प्रकार से लोग वाहनों पर अलग-अलग डिजाइन पर नंबर लिखवाते हैं और शहर में घूमते रहते हैं। जिस पर यातायात पुलिस द्वारा कोई सख़्त कार्यवाही नहीं होती है।
टास्क फोर्स के माध्यम से हो रही थी कार्यवाही
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने टास्क फोर्स का गठन किया था जिसमें सभी थानों को निर्देश दिए गए थे। जिसमें थाने के मोबाइल पेट्रोलियम वाहन और चीता पुलिस अपने-अपने शिफ्ट में गश्त करते हुए शहर में घूम रहे बिना नंबर प्लेट और डिजाइनर नंबर प्लेट के वाहनों को पडक़र थाने लाया जाता था। जहां उन पर चालानी कार्रवाई के साथ मानक नंबर प्लेट भी लगवाई जाती थी। परंतु पिछले कुछ दिनों से यह टास्क फोर्स शहर में नजर नहीं आ रही है और गश्त करते हुए वाहनों को भी पकड़ा नहीं जा रहा है। जिसके कारण अब शहर की सडक़ों,गली- मोहल्ला और कॉलोनी में ऐसे वाहनों की संख्या बढ़ गई है,और युवा बेखौफ होकर बिना नंबर प्लेट के वाहन चला रहे हैं।
इनका कहना है
त्योहारों के चलते यातायात पुलिस द्वारा अभी चेकिंग बंद थी, एक-दो दिन के बाद फिर सघन चेकिंग की जाएगी।
प्रदीप कुमार शेंडे
अति पुलिस अधीक्षक यातायात