रायपुर 20 सितम्बर (वार्ता) छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले लोहारीडीह का दौरा कर लौटे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो और फोटो जारी करते हुए राज्य सरकार पर आरोप लगाया है ग्रामीणों तथा खुद इस हादसे के शिकार रघुनाथ के परिवार वालों ने बताया है कि पुलिस के सामने ही यह आगजनी की घटना हुई है।
उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि पुलिस की लापरवाही से इतनी बड़ी घटना हुई है। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा है कि ”रील मास्टर” पुलिस अधीक्षक (एसपी) साहब भी घटना के वक्त मौके पर मौजूद थे लेकिन वे वीडियो बनाने में व्यस्त थे यदि पुलिस चाहती तो इस नृशंस घटना को रोक सकती थी। ये आँसू ह्रदय को झकझोर दे रहे हैं….पुलिस की ऐसी बर्बरता छत्तीसगढ़ में कभी सुनी नहीं गई।
उन्होंने कहा कि प्रशांत साहू को पीट-पीट कर मार दिया, उसकी माता जी के शरीर में भी चोट के निशान होने की बात पता चली है। पुलिस की प्रताड़ना के चलते वे चल नहीं पा रही हैं, खून की उल्टियां कर रही हैं लेकिन फिर भी उनसे कारागृह में काम करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा प्रशांत साहू की मां का वीडियो जारी करते हुए कहा की जरा इनकी पीड़ा सुनिए.इनके एक-एक शब्द पुलिस के हिटलरशाही रवैए की गवाही दे रहे हैं. सुनिए कैसे छत्तीसगढ़ पुलिस जनता को कुचलने को आमादा है। महिलाओं के साथ भी पुरुष पुलिसवाले मारपीट कर रहे हैं ये बेहद शर्मनाक है।
श्री बधेल ने कहा ”रील मास्टर” एसपी को बताना होगा कि अपने निकम्मेपन से हुई घटना का गुस्सा मासूमों पर उतारना, आखिर कैसी मर्दानगी है , अगर इस देश में कोई कानून का राज बचा हो, अगर देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जनता को लेकर जरा भी संवेदनशील हों तो छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री को तुरंत उसके पद से हटा देना चाहिए।
पुलिस की इतनी बेरहम पिटाई और उसके बाद मौत, वो भी गृहमंत्री के खुद के ज़िले में। मृतक के भाई और मां सहित अन्य बंदियों की भी ऐसी ही पिटाई की गई है। उनकी भी स्थिति अच्छी नहीं है। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार हो चुका है।