प्रतापपुर में पसरा मातम: नम आंखों से अंतिम विदाई, नहीं जले चूल्हे
जबलपुर: मझगवां थाना अंतर्गत ग्राम नुंजी नुंजा हाईवे रोड पर हुए दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों का पीएम होने के बाद गुरूवार को शव प्रतापपुर पहुंचे। जिसके बाद एक बार फिर यहां चीख पुकार मच गई। परिजनों का रो-रोककर बुरा हाल रहा उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनके परिवार के सदस्य अब इस दुनिया में नहीं रहे। प्रतापपुर समेत आसपास के गांव में मातम पसरा रहा। दोपहर बाद मुक्तिधाम में 6 अलग-अलग चिताओं को जलाया गया। जिसे देखकर वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। गांव के अधिकांश घरों में दोपहर तक चूल्हा नहीं जले थे।
विदित हो कि बुधवार को शाम 4-40 बजे ग्राम नुंजी नुंजा हाईवे रोड पर लोडिंग आटो क्रमंाक एमपी 20 एलबी 0237 मे पीछे से हाईवा क्रमांक एमपी 53 एचए 1986 ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुये टक्कर मार दिया था जिससे लोडिग आटो एवं हाईवा दोनों पलट गये थे। हादसे में लोडिंग आटो में सवार उषा बाई 50 वर्ष, रानु कोल 19 वर्ष, करण कोल 20 वर्ष, शोभाराम 45 वर्ष चारों निवासी प्रतापपुर एवं भूरा कोल 3 वर्ष, शिवा कोल 18 वर्ष , कल्लू बाई 30 वर्ष तीनेां निवासी नुंजी खमरिया की मौत हो गई थी। जबकि दिलीप कोल 30 वर्ष, चंदभान कोल उम्र 40 वर्ष, मंगो बाई कोल 28 वर्ष, कोठारी कोल उम्र 55 वर्ष, कन्हैया कोल 14 वर्ष, राधिका कोल 7 वर्ष, सरस्वती बाई कोल 25 वर्ष, राजेश कोल 36 वर्ष, राजन कोल 9 वर्ष, गज्जो बाई कोल 38 वर्ष, बहोरी कोल 45 वर्ष, करण गोटिया 24 वर्ष सभी निवासी प्रतापपुर के घायल हो गये थे। सभी प्रतापपुर से लोडिंग आटो में बैठकर मजदूरी करने बाहर जा रहे थे। हादसे में हाईवा चालक ओंमकार द्विवेदी के पैर में फैक्चर हुआ था।