विभाग ने प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा
अपराधो पर नियंत्रण के लिए दो अन्य थाने भी है प्रस्तावित
इंदौर:शहर की चारों दिशाओं में यातायात विभाग नए थाने खोलने की कवायद पर काम कर रहा है. इसके लिए विभाग ने बकायदा सर्वे कर एक प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा दिया है. जिस पर वहां विचार किया जा रहा है. संभवत: अगले साल से शहर की चारों दिशाओं में नए यातायात थानों का शुभारंभ हो सकता है. वहीं अपराधो पर नियंत्रण रखने के लिए बाणगंगा व लसूडिया थानों का परिसीमन कर दो नए थाने भी प्रस्तावित है.
एडिशनल कमिश्नर मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि नए थानों को लेकर सर्वे पर काम कर एक प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा गया है. वहां से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को एक योजना बनाने को कहा था. जिस पर यातायात विभाग के अधिकारियों ने एक्सपर्ट के साथ मिलकर इस पर काम शुरु कर एक योजना बनाई है, जिसके तहत शहर के बढ़ते हुए क्षेत्रफल को देखते हुए शहर की चारों दिशाओं में नए यातायात के थाने खोलने का प्रस्ताव मुख्यालय भेज भी दिया है. इसके साथ ही बढ़ते हुए अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए बायपास व रिंग रोड पर भी नए थाने खोलने की योजना पर काम किया जा रहा है.
कहां बनेंगे नए थाने…?
यातायात सूत्रों की माने तो राऊ, देवास नाका, तेजाजी नगर के साथ ही सांवेर रोड स्थित धरमपुरी में नए थाने खोलने का प्रस्ताव बनाया गया है. इन नए थानों में पुलिस बल भी नया मांगा गया है. इसके अलावा शहर में बढ़ते अपराधों को देखते हुए बायपास और रिंग रोड पर भी एक एक नए थाने का प्रस्ताव भेजा गया है. जिसमे बाणगंगा व लसूडिया थानों का परिसीमन कर दो नए थाने बनाने का प्रस्ताव दिया गया है. इससे शहर में बढ़ते हुए अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकें. वर्तमान में जो थाने हैं वह शहर के बीचों बीच आ चुके हैं, क्षेत्रफल के अनुसार दिनों दिन शहर बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे में शहर के आखिरी हिस्सें पुलिस की पकड़ से दूर होते जा रहे है.यह थाने खुल जाने से हर प्रकार के अपराधों पर नियंत्रण लगाया जा सकता है.जिन नए थानों का प्रस्ताव बनाया जा रहा उसके तहत अपराध में नंबर वन बाणगंगा व लसूडिय़ा थाने का क्षेत्रफल कम कर एक नया थाना बनाने का प्रस्ताव है, वहीं भंवरकुआं थाने का क्षेत्रफल कम कर पालदा में नया थाना बनाने के प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया है. यह सभी नए थानों का प्रस्ताव अभी तक फाइलों में ही हैं. जिन्हें मंजूर करने के लिए मुख्यालय को पत्र लिखा गया है.