नयी दिल्ली, 19 सितंबर (वार्ता) दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सचिव डॉ. नीरज मित्तल ने गुरुवार को कहा कि भारत सामाजिक आर्थिक प्रगति के क्षेत्र में कृत्रिम मेधा (एआई) के उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डॉ. मित्तल यहां डिजिटल प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रदर्शनी ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस , 2024’(आईएमसी 2024) के आठवें संस्करण के आयोजन-कार्यक्रम की घोषणा के अवसर पर बोल रहे थे। यह इस क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है। डीओटी और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा 15-18 अक्टूबर तक नयी दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित की जा रही है। आयोजकों के अनुसार इस बार के आयोजन का मुख्य आकर्षण एआई प्रौद्योगिकी रहेगी।
उन्होंने कहा, “वैश्विक स्तर पर एआई और जनरल एआई तेजी से विकसित हो रहा है और दुनिया इसकी उल्लेखनीय क्षमता देख रही है। भारत सामाजिक और आर्थिक प्रगति में तेजी लाने के लिए एआई के उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस वर्ष भारत नई दिल्ली में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 के साथ-साथ प्रतिष्ठित ‘विश्व दूरसंचार मानकीकरण दूरसंचार सभा (डब्ल्यूटीएसए-2024)’ की मेज़बानी करेगा, जहां एआई सहित उभरती प्रौद्योगिकियों के मानकीकरण प्रथाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
डॉ. मित्तल ने कहा कि इंडिया मोबाइल कांग्रेस, 2024 में इस विषय पर राष्ट्र की आकांक्षाओं को दर्शाते हुए कई सत्र होंगे। उन्होंने कहा, “हम दुनिया भर के वक्ताओं के साथ रोमांचक चर्चाओं की प्रतीक्षा कर रहे हैं और आशा करते हैं कि ये विचार-विमर्श भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करेंगे।”
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के मुख्य कार्यकारी अधिकरी (सीईओ) रामकृष्ण पी. ने कहा, “एआई और जेनरेटिव एआई का विकास आज एक अग्रणी वैश्विक घटना है और दुनिया अभी इसकी क्षमता और इसके प्रभाव के दायरे को महसूस करना शुरू कर रही है। आज, भारत प्रौद्योगिकी विकास के केंद्र में है और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”
एशिया का सबसे बड़ा प्रौद्योगिकी मंच, इंडिया मोबाइल कांग्रेस उद्योग, सरकार, शिक्षाविदों, स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए अभिनव समाधान, सेवाओं और अत्याधुनिक उपयोग के मामलों को प्रदर्शित करने के लिए दुनिया भर में एक प्रसिद्ध मंच बन गया है। इस वर्ष के आयोजन में क्वांटम प्रौद्योगिकी और सर्कुलर इकोनॉमी जैसे विषयों पर भी प्रकाश डाला जाएगा, साथ ही 6जी, 5जी उपयोग-मामले शोकेस, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी, सेमीकंडक्टर, साइबर सुरक्षा, ग्रीन टेक, सैटकॉम और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
आईएमसी 2024 के साथ-साथ, भारत 14-24 अक्टूबर, 2024 तक प्रगति मैदान में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन – (डब्ल्यूटीएसए-2024) और वैश्विक मानक संगोष्ठी (जीएसएस 2024) की भी मेजबानी कर रहा है।