लखनऊ, 19 सितंबर (वार्ता) छोटे व्यवसायियों को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरुक करने और डिजिटल क्रेडिट के लाभों को प्रोत्साहन देने की मंशा के साथ राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन (आरजेयूवीएस) ने गुरुवार को एमएसएमई ऋण पर केंद्रित डेटा-टेक एनबीएफसी यूग्रो कैपिटल के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन द्वारा आयोजित एमएसएमई उद्योग संवाद में यूग्रो कैपिटल ने भारत के एमएसएमई क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए दो महत्वपूर्ण पहलों की भी घोषणा की।
यूग्रो कैपिटल के संस्थापक और प्रबंध निदेशक शचिंद्र नाथ और आरजेयूवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा कि यह सहयोग छोटे व्यवसायों के लिए सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने, डिजिटल क्रेडिट के लाभों को बढ़ावा देने और प्रतिस्पर्धी व्यावसायिक वातावरण में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए रणनीतियाँ प्रदान करने पर केंद्रित होगा।
श्री नाथ ने कहा “ सूक्ष्म उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, और हम उन्हें डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से क्रेडिट तक पहुँचने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आरजेयूवीएस के साथ यह एमओयू एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र में दीर्घकालिक प्रभाव उत्पन्न करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा उद्देश्य छोटे व्यवसायों के लिए सरकारी योजनाओं की जागरूकता, क्रेडिट की पहुंच और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक रणनीतियाँ प्रदान करना है।”
श्री अमित ने भी इस भावना को दोहराते हुए कहा, “हम इस महत्वपूर्ण पहल में यूग्रो कैपिटल के साथ साझेदारी करके उत्साहित हैं। भारत में सूक्ष्म उद्यमों को अक्सर आवश्यक संसाधनों तक सीमित पहुँच होती है, जिनमें सरकारी समर्थन और क्रेडिट सुविधाओं की जानकारी शामिल है। इस अभियान के माध्यम से, हम इस अंतर को पाटने का लक्ष्य रखते हैं, जिससे उन्हें आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और वे भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकेंगे।”
एमओयू के तहत यूग्रो कैपिटल पूरे भारत में सेमिनार, कार्यशालाओं और कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित करेगा जबकि आरजेयूवीएस संभावित बाजारों की पहचान करने, स्थानों की व्यवस्था करने और सूक्ष्म उद्यमों के अपने नेटवर्क को जुटाने में सहयोग करेगा, ताकि अभियान की सफलता सुनिश्चित हो सके।