दिनभर निकलेंगे विजर्सन चल समारोह, नम आंखों से भक्त देंगे विदाई
शाजापुर, 16 सितंबर. दस दिवसीय गणेश उत्सव का मंगलवार को अनंत चतुर्दशी पर हर्षोल्लास के साथ समापन होगा. इस दिन घर-घर विराजित गौरीपुत्र गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन भक्तों द्वारा विधि-विधान व पूजा-अर्चना के साथ पवित्र नदियों में किया जाएगा. वहीं अनेक भक्त मिट्टी से बनी प्रतिमाओं का घरों में भी विसर्जन करेंगे.
आज आंखों में नमी होगी, तो होंठों पर गणपति बप्पा और मन में मंगल कामनाओं के साथ आस्था हिलोरे मारेगी. क्योंकि भक्तों के बप्पा, बुद्धि के दाता श्री गणेश 10 दिनों के बाद अपने धाम जो लौटेंगे, जिन्हें उनके भक्त पवित्र नदियों में अगले बरस तू जल्दी आ और गणपति बप्पा मोरिया की स्वर लहरियों के साथ भारी मन से बिदाई देंगे. बता दें प्रतिवर्षानुसार इस बार भी गणपति की आस्था के रंग में पूरा नगर रंगा हुआ है और लगातार 10 दिनों से सभी पार्वती नंदन की सेवा कर आस्था का आनंद ले रहे हैं. जिस उत्साह के साथ मंगलमूर्ति को अपने घर लाए थे, अनंत चतुर्दशी को उनकी विदाई भी जोश-ओ-खरोश से की जाएगी. बस आंखें नम होंगी. बप्पा के विदाई के क्षणों के राग से नगर की सडक़ें भी गुलाल से रंगी होकर अलाप रही होंगी.
सुरक्षा व्यवस्था के रहेंगे इंतजाम
आज गणेश विसर्जन के दौरान निकलने वाले चल समारोह को लेकर पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए है. जानकारी के अनुसार नई सडक़, आजाद चौक, ट्रेफिक पाईंट, टंकी चौराहा सहित शहर के विभिन्न चौराहों पर पुलिस बल को तैनात किया जाएगा.
शुभ मुहूर्त में गौरी पुत्र गणेश के विसर्जन का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो जाएगा. कई लोग सुबह के मुहूर्त में ही गणपति को विदा कर देंगे. तो कोई ट्रेक्टर में, कोई जीप पर तो कोई दो पहिया वाहन से अपने बप्पा को विदा करने घर से निकलेगा. वहीं सार्वजनिक गणेशोत्सव समितियों द्वारा भी दोपहर बाद ही अपनेे पांडाल से गणपति को विदा किया जाएगा. गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए हर गली मोहल्ले से दोपहर से रात तक चल समारोह निकलते रहेेंगे.