15 मिनट में सीधे सुपर कॉरिडोर
इंदौर: शहर के पश्चिम क्षेत्र में सौ फीट चौड़ी सड़क का काम चल रहा है. तीन किलोमीटर लंबी सड़क में से डेढ़ किलोमीटर हिस्सा बन चुका है. इस सड़क में 3 सौ से ज्यादा निर्माण बाधक है. कुछ नगर निगन ने हटाएं भी है. यह सड़क बनने के बाद 10 मिनिट में सुपर कॉरिडोर पहुंच जाएंगे. यह सड़क अगले जून तक पूरी बन जाएगी.पश्चिम क्षेत्र में 15 वी बटालियन के आगे बाणगंगा के खड़े गणपति से नंदबाग कॉलोनी होते हुए टिगरिया बादशाह सड़क बन रही है. टिगरिया बादशाह से यह सड़क सुपर कॉरिडोर पर यश टेक्नोलॉजी और टीसीएस चौराहे पर जुड़ेगी. यह सुपर कॉरिडोर पर जाने के लिए सबसे छोटा रास्ता है, जिसकी लंबाई मात्र तीन किलोमीटर है.
इस सड़क को नगर निगम बना रहा है, लेकिन पैसा आईडीए दे रहा है. नगर निगम ने इस सड़क को बनाने का ठेका 40 करोड़ सोम कंस्ट्रक्शन को दिया है। आईडीए निगम को 55 करोड़ रुपए भुगतान करेगा। आईडीए करीब 25 करोड़ रुपए निगम को दे भी चुका है। सौ फीट चौड़ी सड़क का काम चल रहा है, जिसमें से 1.5 किलोमीटर का हिस्सा बन चुका है. ठेकेदार कंपनी सोम कंस्ट्रक्शन को सड़क बीस माह में काम पूरा करना है. तीन किलोमीटर लंबे मार्ग में 3 सौ निर्माण में बाधक है. बस्तियां के कच्चे पक्के मकान है. नगर निगम ने सड़क चौड़ाई में बाधक बस्तियों रहवासियों को हटने के नोटिस दे दिए है. सड़क के करीब 75 से ज्यादा बाधक निगम हटा चुका है और धीरे धीरे सड़क बनने के साथ बाधक भी हटाएं जा रहे है.
महत्वपूर्ण मार्ग साबित होगा
उक्त सड़क बनने के बाद भविष्य में सुपर कॉरिडोर से शहर में आने-जाने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण मार्ग साबित होगा। साथ ही आगे जाकर मास्टर प्लान की मेजर रोड 5 से भी जुड़ जाएगी. एमआर ज-5 का 6 सौ मीटर का हिस्सा आईडीए बना चुका है. इस मार्ग का टिगरिया बादशाह के ग्रामीण सुपर कॉरिडोर से आने जाने में कर रहे है. सड़क पूरी होने पर शहर में इंट्री के लिए एक नए मार्ग के साथ उज्जैन और धार रोड की तरह जाने के लिए सुपर कॉरिडोर से बाहर आसानी से निकल सकेंगे.
25 प्रतिशत निर्माण स्वयं लोगों ने हटा लिए
यह सड़क बाणगंगा से शहर के वीआईपी मार्ग सेजुद जाएगी. निगम के जनकार्य विभाग सहायक यंत्री नरेश जायसवाल ने कहा कि सड़क निर्माण में बाधक निर्माण सड़क बनने के साथ हटाएं जा रहे है. अभी तक 25 प्रतिशत निर्माण स्वयं लोगों ने हो हटा लिए है और हटाते जा रहे है