दतिया: जिले में राजगढ़ किले के नीचे स्थित 400 साल पुरानी दीवार ढह गई, जिससे 06 लोगों की मौत हो गई और नौ लोग मलबे में दब गए। यह घटना सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुई जब तेज आवाज सुनकर लोग बाहर निकले और देखा कि किले की दीवार गिर गई थी।प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दीवार ढहने से किशन पिता पन्ना लाल, प्रभा पत्नी किशन वंशकार की मौत हो गई। इसके अलावा, निरंजन वंशकार, ममता पत्नी निरंजन, राधा पिता निरंजन, सूरज पिता निरंजन और शिवम पिता निरंजन भी मलबे में दब गए। घायलों में मुन्ना पिता खित्ते वंशकार और आकाश पिता मुन्ना वंशकार शामिल हैं।
मौके पर पहुंची एसडीईआरएफ (स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स) टीम ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। पड़ोसियों ने दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल भेजा, जबकि एसडीईआरएफ की टीम बाकी दो लोगों के रेस्क्यू में जुटी है। कलेक्टर संदीप माकीन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन की गति को धीमा बताते हुए सुबह करीब आठ बजे हंगामा किया। उनका आरोप था कि मलबा हटाने में लापरवाही बरती जा रही है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और लोगों को शांत किया, जबकि राहत और बचाव कार्य जारी है।
कैसे हुआ हादसा
स्थानीय निवासियों के अनुसार दीवार ढहने के कारण सड़क और आसपास के क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। बारिश के पानी के अत्यधिक दबाव के कारण दीवार का निर्माण कमजोर हो गया था, जिसके परिणामस्वरूप यह हादसा हुआ। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और मलबे को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और दीवार के ढहने के कारणों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे घटनास्थल के आसपास न जाएं और राहत कार्य में