शिलांग, (वार्ता) मेघालय में भीषण तूफान से एक लड़के की मौत हो गई तथा 25 अन्य घायल हो गए और 98 गांवों में 4000 से अधिक लोग प्रभावित हुए है।
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि रविवार रात बारिश और ओलावृष्टि के साथ तेज रफ्तार हवाओं ने 98 गांवों में हजारों परिवारों को बेघर कर दिया और सैकड़ों पेड़, बिजली के खंभे उखड़ गए और लाइनें टूट गईं एवं कम से कम 1061 घर उजड़ गए और 15 स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए।
मेघालय राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की कार्यकारी निदेशक, मत्सिएवडोर वार नोंगबरी ने कहा, “पूर्वी पश्चिम खासी पहाड़ी जिले के मावरोह गांव में चक्रवाती तूफान के कारण एक नाबालिग लड़के का घर नष्ट हो जाने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।”
उन्होंने कहा कि तूफान में 25 लोग घायल हो गए और उनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि 4,192 प्रभावित लोगों को स्कूलों और गांव डोरबार हॉल में स्थापित राहत शिविरों में रखा गया है।
सुश्री नोंगबरी ने कहा कि सरकार ने प्रभावित लोगों को सूखा राशन और पीने के पानी के रूप में तत्काल राहत प्रदान की है।
इस बीच, मेघालय एनर्जी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमईईसीएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, संजय गोयल ने कहा कि विभाग राज्य में बिजली बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है।
श्री गोयल ने कहा ”अचानक खराब हुए मौसम और भारी तूफान/हवाओं के कारण राज्य भर में कई पेड़ उखड़ गए हैं जिससे शिलांग सहित पूरे राज्य में कई ट्रांसफार्मर और बिजली लाइनें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।”
ग्रेटर शिलांग क्षेत्र से भी घरों को नुकसान पहुंचने की खबर है और पूरे दिन बिजली आपूर्ति बाधित रही, यहां तक कि राज्य के कई हिस्सों में पेड़ गिरने के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं।