अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव प्राथमिक तौर पर स्वीकार,विहित प्राधिकारी ने पार्षदों को जारी किया पत्र
सतना:मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय के इतिहास में पहली बार नगर निगम अध्यक्ष के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के मामले में सतना नगर निगम के कांग्रेसी पार्षदों की रायसुमारी के लिए कलेक्टर ने तिथि तय कर दी है. बताया गया है कि विपक्षी पार्षदों से वन -टू-वन चर्चा करेंगे.इस मामले में प्रशासन के स्पष्ट रुख ने प्राथमिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी की जमी-जमाई व्यवस्था में व्यवधान पैदा कर दिया है.
गौरतलब है कि अचानक कांग्रेसी पार्षदों ने एकजुटता का परिचय देते हुए बिना हल्लागुल्ला सामूहिक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर सीधे विहित प्राधिकारी को अविश्वास की सूचना देकर नगर निगम एक्ट के तहत प्रशासन को अग्रिम कार्यवाही के लिए विवश कर दिया था.इसके बाद भी यह कयास लगाए जा रहे थे विपक्षी पार्षदों के इस रुख को कलेक्टर अनुराग वर्मा कुछ दिनों के लिए टालकर मामले के ठंड होने का इंतजार करेंगे,लेकिन उन्होंने इस मामले में अपना पक्ष स्पष्ट रखते हुए अविश्वास की सूचना को गम्भीरता से लेते हुए नगर पालिक निगम सतना के अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी पालन के खिलाफ प्रस्तुत किए गए अविश्वास पत्र पर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कलेक्टर ने अविश्वास पत्र पर दस्तखत करने वाले सभी 18 पार्षदों को पत्र जारी कर व्यक्तिगत तौर पर अपनी सहमति अथवा असहमति जताने तथा अपने हस्ताक्षर प्रमाणित करने के लिए बुलाया है।हस्ताक्षर करने वाले सभी निर्वाचित पार्षदों को अलग-अलग पत्र जारी कर 13 व 14 सितंबर को मध्यप्रदेश नगर पालिका निगम अधिनियम की धारा 23-(क)2 के तहत तस्दीक करने के लिए दोपहर 3 बजे से 6 बजे बीच आमंत्रित किया है.जिला निर्वाचन अधिकारी की इस कार्यवाही के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्राथमिक तौर पर अध्यक्ष एवं पीठासीन अधिकारी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है. हालांकि जानकारों का कहना है अभी इस मामले में बीच का रास्ता निकाला गया है ,जबकि पार्षदों ने स्वयं उपस्थित होकर यह आवेदन दिया था इसलिए इसकी उतनी जरूरत नही थी.
कलेक्टर ने रायसुमारी के लिए तय किए दिन
पार्षदों को व्यक्तिगत तौर पर 13 एवं 14 सितंबर को कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होना है। कलेक्टर उनसे वन टू वन चर्चा कर यह जानेंगे कि वे अविश्वास के पक्ष में हैं अथवा विपक्ष में, उनके हस्ताक्षरों का सत्यापन करेंगे।इसके बाद ही यह तय होगा कि अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष सम्मीलन बुलाया जाएगा अथवा नहीं।
अठारह पार्षदों ने किया हस्ताक्षर
गत 9 सितंबर को कांग्रेसी पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र प्रताप सिंह मिथलेश तथा शहर कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट मकसूद अहमद के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच कर कलेक्टर को नगर निगम स्पीकर राजेश चतुर्वेदी पालन के खिलाफ अविश्वास पत्र सौंपा था और सम्मीलन बुलाए जाने की मांग की थी।उस अविश्वास पत्र पर नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र सिंह मिथलेश, अशरफ अली बाबा , कृष्ण कुमार सिंह केके भइया, कमला सिंह, रजनी रामकुमार तिवारी, अमित अवस्थी सन्नू, तिलकराज सोनी, पंकज कुशवाहा, संजू यादव, मनीष टेकवानी, प्रवीण सिंह, माया गुप्ता, अर्चना गुप्ता, सुनीता चौधरी, शहनाज बेगम, सुषमा केके तिवारी, मो रसीद, मो तारिक के हस्ताक्षर थे।