नैरोबी, 11 सितंबर (वार्ता) केन्या की राजधानी नैरोबी में स्थित जोमो केन्याटा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जेकेआईए) पर विमानन विभाग के कर्मचारियों ने भारतीय कंपनी अडानी समूह को हवाई अड्डे को पट्टे पर देने की योजना के विरोध में उड़ान संचालन को बाधित कर दिया है।
केन्या के हवाई अड्डा प्राधिकरण के कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार रात से शुरू हुई, जिसके कारण कई उड़ानों में देरी हुयी। हवाई अड्डे पर फंसे यात्रियों की लंबी कतारें देखी गयी। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी कर्मचारियों के बीच झड़प हुयी।
राष्ट्रीय वाहक केन्या एयरवेज ने एक बयान में कहा, “केन्या एयरवेज अपने ग्राहकों को सूचित करना चाहता है कि जेकेआईए के कुछ कर्मचारियों की कार्रवाई के कारण कुछ उड़ानों में देरी हुई है और कुछ उड़ानों को रद्द भी किया जा सकता है।”
प्रस्तावित सौदे के अनुसार, भारतीय कंपनी अडानी समूह सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत पूर्वी अफ्रीका के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे पर परिचालन का जिम्मा संभालेगी। प्रस्तावित 30 वर्ष के लिए 1.85 अरब अमेरिकी डॉलर के सौदे के तहत अडानी समूह हवाई अड्डे को अपग्रेड करने की योजना बना रहा है, जिसमें दूसरा रनवे और एक नया यात्री टर्मिनल बनाना शामिल है।
भारतीय कंपनी से मौजूदा हवाई अड्डे की सुविधाओं का नवीनीकरण करने की भी उम्मीद है। मानवाधिकार संगठनों और अन्य पेशेवर समूहों सहित विमानन श्रमिकों ने हालांकि तर्क दिया है कि इस सौदे से केन्याई लोगों को कोई लाभ नहीं है और उनकी नौकरियों को खतरा है।
केन्याई राष्ट्रपति विलियम रुटो ने अतीत में श्रमिकों के विरोध के बावजूद नियोजित सौदे का बचाव किया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार,जेकेआईए ( जिसकी प्रति घंटे 35 विमानों को संसाधित करने की डिज़ाइन की गई क्षमता है) केन्या के नेटवर्क यात्रियों के 80 प्रतिशत और कार्गो व्यवसायों के 90 प्रतिशत को नियंत्रित करता है।