जिले में 6 माह में हुई 18 हत्याएं, सभी का खुलासा करने में पुलिस रही सफल, अपराधों को रोकने एसपी का सख्त तेवर
सिंगरौली : जिले में अपराधों को रोकने के लिए एसपी निवेदिता गुप्ता ने अधिनस्थ अमले को सख्त निर्देश दिया है कि जमीनी संबंधी विवादों को राजस्व अमले के साथ उभय पक्ष से मिलकर समाधान कराएं। ताकी उभय पक्षों में आपसी सहमति से मामला सुलझे।एसपी निवेदिता गुप्ता का निर्देश है कि सभी एसडीओपी एवं थाना, चौकी प्रभारी थाना क्षेत्रों में जमीन संबंधी समस्याओं का समाधान क्षेत्र के तहसीलदार, पटवारी की सहायता से समाधान करें। यहां बताते चले की वर्तमान समय में जिले में जमीन संबंधी शिकायतें अत्यधिक प्राप्त हो रही है। जिससे आपसी विवाद में लड़ाई एवं कोई बड़ी जन हानि न हो जाये। इसको ध्यान में रखते हुये एसपी ने विशेष अभियान चलाया जा कर जमीन संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों ने गॉव-गॉव पहुंचकर मौके पर आवेदक एवं अनावेदक दोनों पक्षों की उपस्थिति में जमीन संबंधित लगभग 115 शिकायतों का निराकरण किया गया।
6 माह में 18 हत्याएं सभी मामलों का हुआ खुलासा
विगत 6 माह की अवधि में जिले में कुल 18 हत्या की घटनाये घटित हुई है। सभी 18 प्रकरणों में आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इस दौरान 4 अंधी हत्या का खुलासा भी एसपी के नेतृत्व में किया गया है। एसपी ने गंभीर घटनायें घटित होने की सूचना प्राप्त होते ही अविलंब मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का पर्यवेक्षण कर विवेचकों को दिशा निर्देशित किया। विगत 6 माह में चिन्हित जघन्य सनसनीखेज के प्रकरणों की सतत् मॉनीटरिंग की जाकर न्यायालय के समक्ष साक्षियों एवं गवाहों को साक्ष्य के लिए पेश कराया गया। जिसके परिणामस्वरुप न्यायालय ने 10 जघन्य सनसनीखेज अपराधों में आरोपियों को आजीवन कारावास एवं अर्थदण्ड से दंडित किया गया है।
6 महीने में 102 किशोर-किशोरियां हुई दस्तयाब
विगत 6 माह की स्थिति पर यदि नजर डाले तो जिले में उक्त अवधि में 20 बालक एवं 104 बालिकायें कुल 124 बालक-बालिकाओं की गुमसुदगी रिपार्ट दर्ज हुई है। जिनमें से 15 बालक एवं 87 बालिकायें समेत102 बालक-बालिकाओं को दस्तयाब कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया है। एसपी ने अपने इस कम समय के कार्यकाल में 102 बालक-बालिकाओं को उनके परिजनों तक पहुॅचाकर उनमें एक नई ऊर्जा का संचार किया है। बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी 82.25 प्रतिशत रही है। शेष बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी के लिए प्रत्येक थाने में टीम गठित की गई है। यहां बता दें कि गुम बालक-बालिकाओं को राज्य के बाहर के राज्यों उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात एवं राजस्थान से भी दस्तयाब किया है।