नगर निगम की सियासत में आयी तेजी,अचानक बदले विपक्षी पार्षदों के तेवर
सतना :नगर निगम के गलियारे में सियासी गर्माहट एक बार फिर बढ़ गई है। सतना नगर निगम के अध्यक्ष ( स्पीकर ) के खिलाफ कांग्रेसी पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। मध्य प्रदेश में संभवतः यह पहला मामला है जब किसी नगर पालिक निगम में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास की तैयारी की गई है।नगर पालिक निगम सतना के कांग्रेसी पार्षदों ने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र सिंह मिथलेश की अगुवाई में कलेक्ट्रेट पहुंच कर कलेक्टर अनुराग वर्मा को नगर निगम अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी पालन के खिलाफ अविश्वास व्यक्त किया। इस दौरान कांग्रेस शहर अध्यक्ष एडवोकेट मकसूद अहमद भी कांग्रेसी पार्षदों के साथ रहे। नगर पालिक निगम सतना के कुल 45 पार्षदों में से कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 18 है जिनमे से 17 पार्षद अविश्वास पत्र कलेक्टर को सौंपने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। अविश्वास पत्र पर सभी 18 कांग्रेसी पार्षदों ने हस्ताक्षर किए हैं। कलेक्टर अनुराग वर्मा के सामने सभी पार्षद खड़े हुए और उनका परिचय दिया गया। कलेक्टर ने पार्षद दल से कहा है कि वे इस पर नियमानुसार कार्यवाही करेंगे।
अविश्वास पत्र में क्या
नगर पालिक निगम सतना के अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी पालन के खिलाफ प्रस्तुत अविश्वास पत्र ने कांग्रेसी पार्षदों ने कहा है कि मौजूदा स्पीकर पद की गरिमा के अनुरूप कार्य नहीं कर रहे हैं। वे अपने कर्तव्यों का भी सही ढंग से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। परिषद की बैठकों में पार्षदों द्वारा की जाने वाली चर्चा तथा एजेंडे से सम्बंधित मसलों को मिनिट्स में दर्ज नहीं कराया जाता। मिनिट्स में मनमानी बातें अंकित कराई जाती है। परिषद की बैठक निर्धारित समय पर नहीं बुलाई जाती, आवश्यक तथा जन सरोकार से जुड़े मुद्दे एजेंडे में शामिल नहीं किये जाते। शहर की जितनी दुर्दशा अभी है उतनी पहले कभी नहीं रही। स्मार्ट सिटी के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। सीवर लाइन खोदाई , पेयजल , बिजली जैसे आम जनता से जुड़े मुद्दों और जनता की पीड़ा को परिषद में उठाने की अनुमति पार्षदों को नहीं दी जाती। हाल ही में नारायण तालाब की मेढ़ फूटने से तबाही मची लेकिन स्पीकर ने आपात बैठक नहीं बुलाई।कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि स्पीकर के पदीय गरिमा के विपरीत कार्य करने से नगर खतरे में है। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव सम्मिलन की कार्यवाही कराया जाना आवश्यक है। अविश्वास पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले पार्षदों में नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र सिंह मिथलेश ,अशरफ अली बाबा , केके सिंह , कमला सिंह ,रजनी रामकुमार तिवारी ,अमित अवस्थी सन्नू, तिलकराज सोनी ,पंकज कुशवाहा, संजू यादव ,मनीष टेकवानी , प्रवीण सिंह ,माया गुप्ता ,अर्चना गुप्ता ,सुनीता चौधरी , शहनाज बेगम ,सुषमा केके तिवारी , मो रसीद ,मो तारिक शामिल रहे।
नेता प्रतिपक्ष बोले – समन्वय बनाने में सक्षम नहीं है स्पीकर
नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र सिंह मिथलेश ने कहा कि स्पीकर के पद के अनुकूल काम न करने से नगर निगम की गरिमा पर असर पड़ रहा है। शहर में तमाम समस्याएं हैं लेकिन स्पीकर ध्यान नहीं दे रहे। वे पुराने अनुभवी पार्षद हैं लेकिन स्पीकर के तौर पर सब को साथ लेकर चलने ,समन्वय बनाने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही की मांग की गई है। उन्होंने दावा किया कि अविश्वास प्रस्ताव के मामले में कांग्रेस की जीत निश्चित है।