भोपाल, 09 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि राज्य में भौगाेलिक विसंगतियां दूर करने के लिए नया परिसीमन आयोग बनाया गया है और इसी क्रम में संभागों और जिलों का फिर से निरीक्षण किया जाएगा।
डॉ यादव ने अपने बयान में कहा कि जब सरकार बनाई गई तो इस बात पर ध्यान दिया कि भौगोलिक दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य होने के नाते मध्यप्रदेश का अपना बड़ा क्षेत्रफल है। समय के साथ इसमें कुछ कठिनाइयां भी आई हैं। जिले तो बढ़ गए, लेकिन जिलों की अपनी सीमाएं हैं, कुछ स्थानों पर कई विसंगतियां हैं, कई स्थानों पर दूरदराज के लोगों के लिए जिला मुख्यालय बहुत दूर हैं।
उन्होंने कहा कि कई संभाग बहुत छोटे हो गए हैं। ऐसी कई विसंगतियों के लिए नया परिसीमन आयोग बनाया गया है, जिसके माध्यम से आस-पास के स्थानों को आस-पास के जिलों से जोड़कर लोगों की बेहतरी के लिए काम किया जाएगा। आयोग की जिम्मेदारी एक सेवानिवृत उच्चाधिकारी को सौंपी गई है। संभागों और जिलों का फिर से निरीक्षण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन, सागर, इंदौर, धार जैसे कुछ ऐसे जिले हैं जिनमें बड़ी कठिनाइयां हैं। उम्मीद है कि इस आयोग के माध्यम से विसंगतियां दूर होंगी।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पुलिस थानों की सीमाएं बदली गईं, उसी प्रकार आगे भी राज्य सरकार प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करती रहेगी।