ब्लैकमेलिंग कांड: ग्रुप में ऐड था ब्लैकमेलर, कई और पीडि़ता आईं सामने, प्रबंधन, छात्राओं के बयान दर्ज
जबलपुर: मानकुँवर बाई कॉलेज की छात्रों के साथ हुए ग्रुप ब्लैकमेलिंग कांड के मामले में जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है वैसे-वैसे खुलासे भी हो रहे है। अब मामले में यह बात सामने आ रही है कि कॉलेज के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप से छात्राओं को न्यूड वीडियो भेजकर उन्हें ब्लैकमेलिंग कर उगाही करने का खेला शुरू हुआ था। ग्रुप में ब्लैकमेलर का नंबर ऐड था जहां से ही छात्राओं के मोबाईल नंबर लीक हुए। हालांकि ब्लैकमेलिंग होने के बाद ग्रुप से नम्बर हटा दिया गया है लेकिन जब तक ग्रुप के सारे नंबर लीक हो चुके थे। गुरूवार को दो पीडि़तों ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। शुक्रवार को कुछ और पीडि़त छात्राएं सामने आईं हैं। मदनमहल थाना प्रभारी प्रवीण धुर्वे ने बताया कि कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप से नंबर लीक होने की जानकारी सामने आई है मोबाइल भी हैक किए गए हैं। सायबर सेल से जानकारी आना बाकी है। कॉलेज प्रबंधन और पीडि़त छात्राओं के बयान दर्ज किए गए हैं।
विदित हो कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जबलपुर महानगर द्वारा ब्लैकमेलिंग कांड का खुलासा किया गया था। जिसमें दावा किया गया कि 100 से अधिक छात्राओं के मोबाइल नंबर लीक हुए हैं। इनमें अलग-अलग नंबर से आपत्तिजनक फर्जी कॉल और वीडियो कॉल आते हैं जहां छात्राओं से कहा जाता है कि आपकी निजी वीडियो अथवा फोटो मेरे पास हैं एवं 40 से 50 हजार रुपयों की माँग की जाती है और ना देने पर फर्जी फोटो, वीडियो वायरल करने की धमकी छात्राओं को दी जाती है। उक्त घटना से भयभीत होकर कुछ छात्राओं ने ब्लैकमेलर के अकाउंट में कुछ रुपये भेज भी दिये हैं।
कौन है कथित एएसआई गोस्वामी
एक छात्रा के मुताबिक कई बार कॉल मेंं बताया गया कि वह गोरखपुर थाने से बोल रहा हैं और खुद को एएसआई विक्रम गोस्वामी बताया। कुछ छात्राओं ने डरकर पैसे भी भेज दिए हैं, उसकी स्क्रीनशॉट भी उपलब्ध हैं।
तो गिरोह के काले चेहरे होंगे बेनकाब
ब्लैकमेलिंग कांड में गिरोह के होने की आशंका जाहिर की जा रही है। अगर पुलिस मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल करती है तो गिरोह के कई काले चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। आशंका तो यह भी जाहिर की जा रही कि कॉलेज से जुड़े कुछ लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं, फिलहाल पुलिस की विस्तृत जांच जारी है जिसके बाद बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
प्रबंधन ने नहीं लिया एक्शन
महाविद्यालय पर आरोप है कई छात्राओं ने इसकी शिकायत जुलाई माह में प्राचार्य से की थी परंतु कोई एक्शन नहीं लिया गया। प्रबंधन द्वारा इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया गया जिस कारण से इस घटना का अधिकतम छात्राएं शिकार होती चली गईं। इस घटना के बाद छात्राओं में डर का माहौल है।
राजनीति न हो, दोषियों को सजा मिले: रोहाणी
मामले में भाजपा विधायक अशोक रोहाणी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति न हो, दोषियों को मिलकर सजा दिलाने में कांग्रेस को सहयोग करना चाहिए। विधायक ने इस घटना को दुखद और निंदनीय घटना बताया था। इस घटना में शामिल लोगों का पता लगाने पुलिस को निर्देश दिए। एसपी को जांच कर दोषियों पर सख्त कार्यवाई करने के लिए कहा, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
अभाविप ने घेरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर धरना देकर प्रदर्शन किया और शीघ्र जांच कर दोषियों की गिरफ्तारी की माँग की। प्रदर्शन के दौरान प्रदेश मंत्री माखन शर्मा, महानगर मंत्री ऐश्वर्य सोनकर, छात्रा प्रमुख आँचल मिश्रा, महानगर सहमंत्री आर्यन पुंज, अनमोल सोनकर, अंशिका पांडेय, शालिनी प्रजापति, जानवी ठाकुर, अशमी चौरसिया, श्रुति एवं बड़ी संख्या में सैंकड़ों छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे ।
उच्चस्तरीय एसआईटी गठित हो: कांग्रेस
पूर्व विधायक विनय सक्सेना के नेतृत्व मेंं कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। इस मामले की उच्चस्तरीय एसआईटी जांच की मांग की है। इसके साथ ही एक नहीं बल्कि कई गर्ल्स कॉलेज में गिरोह के सक्रिय होने की आशंका जताई है।
कुलगुरू से निष्पक्ष की मांग: एनएसयूआई
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एनएसयूआई ने जिला उपाध्यक्ष अनुज यादव एवं विश्वविद्यालय प्रभारी अचलनाथ चौधरी के नेतृत्व में कुलगुरु को ज्ञापन सौंप मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की।