प्रेमिका और उसके भाइयों से परेशान होकर युवक ने की थी आत्महत्या
रिक्शा चालक युवक ने मरने से पहले लिखा था सुसाइड नोट
इंदौर: नटराज गॉर्डन के पीछे रेलवे ट्रैक पर लोडिंग रिक्शा चालक ने आत्महत्या कर ली थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरु की. जांच में पुलिस को पता चला कि युवक आत्महत्या के पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. सुसाइटड नोट के आधार पर पुलिस जांच में जुटी.अन्नपूर्णा थाना प्रभारी संजू कामले ने बताया कि 3 सितम्बर की शाम को 6 से 7 के बीच देवेन्द्र नगर में रहने वाले 23 वर्षीय रितिक पिता प्रताप बछो ने रेलवे ट्रेक पर आत्महत्या कर ली थी. युवक ने आत्महत्या के पहले 6 पेज का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. जिसमें प्रेम प्रसंग की बात सामने आई है. सुसाइड नोट में युवक ने उसकी प्रेमिका और उसके भाई को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था. रितिक एक निजी कंपनी में लोडिंग रिक्शा चलता था. आत्महत्या के मामले में जांच की जा रही है,
6 पेज का सुसाइड नोट में यह लिखा है
मेरी एक्टिवा ब्रिज के नीचे खड़ी है. मेरा नाम रितिक है मेरी मौत की जिम्मेदार कृतिका राठौर है और उसके भाई शुभम राठौड़ और निखिल राठोर है. कृतिका और मेरा चक्कर एक साल से चल रहा था, इस बात की जानकारी उसके घर वालों को लग गई, जिससे कृतिका उसके घर से भाग कर मेरे से शादी करना चाहती थी. पर वह कोई भी डॉक्यूमेंट साथ नहीं लाई थी जिसे मैं उससे शादी कर सकूं. मैंने कृतिका के साथ कुछ भी गलत काम नहीं किया बस उसके और अपने बचाव के लिए झूठ बोल दिया. मैं उससे डरता था. पर ऐसा कुछ भी नहीं है मैं आज तक उसे कभी डराया नहीं और ना ही परेशान किया. मैं तो उसे रोज सैंडविच खिलाता था उसे रोज कॉलेज छोड़ता और लता था. मैं क्यों उसे डराऊंगा मैंने मेरी जान से बढ़कर उसका ध्यान रखा. कभी भी उसे किसी चीज की कमी नहीं होने दी. उसने जो मांगा वह लाकर दिया. एक आवाज पर साड़ी लिपस्टिक सारी चीज लाकर दी.
चप्पल जूते सब कपड़े लाकर दिए. उसने मुझे बहुत ब्लैकमेल किया. इस बात का सबूत मेरे फोन पर था. लेकिन उसका भाई 15 से 20 गुंडो के साथ आया और मेरा फोन ले गया सारे सबूत हटाने के लिए जिससे उसकी बहन की बदनामी ना हो और वह बच जाए इसलिए मेरी बात कोई नहीं मानेगा. क्योंकि हम लड़के हैं हमारी कोई नहीं सुनेगा, लड़की झूठ भी बोलेगी तो सब मान जाएंगे. इसलिए मैं रितिक मरने जा रहा हूं और मेरे घर वाले निर्दोष है उन्हें सुरक्षा दो, क्योंकि उसका भाई रोज रात दस बजे आता है घर वालों को डराता है. खुद की बहन को वह नहीं समझाता है कि ऐसा क्यों किया. मेरा पुलिस से हाथ जोड़कर निवेदन है है कि कृतिका और उसके सभी भाइयों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, और मुझे न्याय मिले. क्योंकि मैं लड़का हूं मेरी बात कोई नहीं मानेगा इसलिए मैं मरने जा रहा हूं. मेरे मरने के बाद और मेरे घर वालों को सुरक्षा प्रदान करें. अन्नपूर्णा थाना टीआई से मेरा निवेदन है कृतिका राठौर को सजा मिले, ताकि मेरी तरह कोई भी लड़का ऐसा काम नहीं करे, धन्यवाद आई लव यू मेरी जान मिस यू कृतिका.