सियासत
पूर्व विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल को एक बार फिर उत्तर प्रदेश में जवाबदारी दी गई है. सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी के कहने पर उन्हें लगातार उत्तर प्रदेश में सक्रिय किया गया है. इससे सत्यनारायण पटेल के महत्व का पता चलता है. हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संगठन प्रभारी की जो सूची जारी की उसमें सत्यनारायण पटेल के अलावा कुणाल चौधरी और भूपेंद्र मरावी के नाम हैं. दरअसल,एआईसीसी ने कई राज्यों के प्रदेश प्रभारी और महासचिव के साथ सचिव और संयुक्त सचिवों की नियुक्ति की है. इसमें मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव किया गया है. मध्य प्रदेश के लिए तीन सेक्रेटरी और एक ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाए गए.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मध्य प्रदेश में संजय दत्त, चंदन यादव और आनंद चौधरी को प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है. जबकि रणविजय सिंह को संयुक्त सचिव बनाया गया है. वहीं कांग्रेस के पूर्व विधायक कुणाल चौधरी का कांग्रेस संगठन में कद बढ़ा है. कुणाल चौधरी को महाराष्ट्र का सह प्रभारी बनाया गया है. महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होंने है। इस संबंध में कांग्रेस ने आदेश जारी कर दिया है. एआईसीसी ने मध्य प्रदेश के पांच नेताओं टीम में शामिल किया गया है. सत्यनारायण पटेल (इंदौर) को उत्तर प्रदेश, कुणाल चौधरी (कलापीपल) को महाराष्ट्र, भूपेंद्र मरावी (शाहपुरा) को गुजरात, मनोज चौहान (सीधी) को हरियाणा, नीलांशु चतुर्वेदी (चित्रकूट) को उत्तर प्रदेश का ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाया गया है.
एमपी के एक और युवा नेता को कांग्रेस संगठन में जिम्मेदारी मिली है. आदिवासी नेता एवं पूर्व विधायक भूपेंद्र मरावी को गुजरात भेजा गया है. भूपेंद्र मरावी को गुजरात का सह प्रभारी बनाया गया है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने पहली बार जॉइंट सेक्रेटरी की नियुक्ति की है. पहली बार रणविजय सिंह लोचव को एमपी में जॉइंट सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. वे 4 सचिवों के साथ इकलौते संयुक्त सचिव होंगे. एमपी कांग्रेस में बतौर प्रभारी सचिव कुलदीप इंदौरा राजस्थान के श्रीगंगानगर लोकसभा से सांसद चुने जा चुके हैं. दूसरे प्रभारी सचिव संजय कपूर करीब 5 साल से एमपी में बतौर इंचार्ज सेक्रेटरी काम कर रहे थे. शिव भाटिया की नियुक्ति करीब एक साल पहले हुई थी. सीपी मित्तल भी लंबे समय से काम कर रहे थे. अब एमपी में सिर्फ संजय दत्त ही पुराने सेक्रेटरी बचे हैं जो फिलहाल एमपी में काम करते रहेंगे.