० सीधी में टोल और सिंगरौली में रेत के एक ही संविदाकार सहकार ग्लोबल कम्पनी अपने ओवरलोड रेत वाहनों का कांटा नही करा शासन को लगा रहे लाखों का चूना, दूसरे ओवर लोड वाहनों से करते हैं अवैध वसूली
नवभारत न्यूज
सीधी 3 सितम्बर। सोनवर्षा टोल में संविदाकर की मनमानी …अपनो पर रहम, गैरों पर सितम पूरी तरह से चरितार्थ हो रहा है। सीधी में टोल और सिंगरौली में रेत के एक ही संविदाकार सहकार ग्लोबल कम्पनी अपने ओवरलोड रेत वाहनों पर कांटा नहीं कराकर शासन को लाखों का चूना लगा रही है, वहीं दूसरे ओवरलोड वाहनों से अवैध वसूली करते हैं।
बताते चलें कि शहर के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 में सोनवर्षा टोल की जिम्मेदारी जब से सहकार ग्लोबल कम्पनी को सौंपी गई है ओवर लोडिंग का खेल जमकर शुरू हो चुका है। कम्पनी का सिंगरौली में रेत खदानों का ठेका चलने के कारण उसके काफी संख्या में वाहन ओवरलोड रेत के साथ सोनवर्षा टोल को साइड लेन से पार करते हुये शासन को जमकर चूना लगा रहे हैं। वहीं अन्य ओवर लोड वाहनों से कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा जमकर अवैध वसूली की जा रही है। सूत्रों के अनुसार ओवरलोड वाहनों का कांटा कराने के बाद उनसे मनमानी राशि वसूली जाती है बाद में उक्त ओवरलोड वाहनों को भी साइड लेन से निकाल दिया जाता है। कम्पनी के कर्मचारियों की यह मनमानी काफी चर्चित हो रही है। कम्पनी की मनमानी यह है कि ओवरलोड वाहनों के संबंध में कोई भी जानकारी जिला परिवहन विभाग को देने की जरूरत भी नहीं समझी जा रही है। सब कुछ टोल स्तर पर ही मैनेज करने का काम किया जा रहा है। सिंगरौली की ओर से ही रेत परिवहन में लगे वाहन ओवरलोड होकर सोनवर्षा टोल में पहुंच रहे हैं और उनकी यहां कोई जांच पड़ताल करने की जरूरत नहीं समझी जा रही है। सहकार ग्लोबल कम्पनी को जब से सोनवर्षा टोल प्लाजा की जिम्मेदारी मिली है उसके द्वारा जमकर अवैध वसूली का खेल खेला जा रहा है। शासन के नियमों के अनुसर सोनवर्षा टोला प्लाजा के 10 किलोमीटर परिधि के रहवासियों से टोल की वसूली नहीं होनी चाहिये। यह जानकारी टोल प्लाजा में देने पर विवाद किया जाता है और जबरन टोल वसूली की जा रही है।
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सरकार के नियमों पर भारी सहकार ग्लोबल?
सोनवर्षा टोल प्लाजा में ओवर लोड वाहनों को लेकर हो रहे खेल के संबंध में नवभारत द्वारा टोल संविदाकार सहकार ग्लोबल कम्पनी मैनेजर शारदा कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि टोल का संचालन हमारी कम्पनी कर रही है। ओवर लोड वाहनों से किससे क्या लेना है क्या नही यह कम्पनी तय करेगी। क्योंकि टेण्डर की राशि कम्पनी जमा करती है। एनएचएआई को सिर्फ टेण्डर राशि से मतलब है। टोल मैनेजर का जबाब कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि टोल संविदाकार सहकार ग्लोबल सरकार के नियमों पर भारी है।
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इनका कहना है
सोनवर्षा टोल प्लाजा संविदाकार द्वारा ओवर लोड वाहनों से संबंधित कोई जानकारी परिवहन विभाग को नही दी जा रही है। टोल में शासन के नियमानुसार ओवर लोड वाहनों पर पक्षपात पूर्ण या कुछ भी नियम विरुद्ध किया जा रहा है। उसकी जांच कराई जाएगी।
आशुतोष भदौरिया, आरटीओ सीधी
रेत के ओवर लोड वाहनों पर सीधे तौर पर कार्रवाई हेतु खनिज एवं परिवहन विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रहती। संयुक्त कार्यवाही में पुलिस का सहयोग लिया जाता है फिर भी सोनवर्षा टोल में ओवर लोड वाहनों को लेकर जो अवैध वसूली का जो विषय सामने आया है। उसकी जांच कराई जाएगी।
डॉ.रविन्द्र कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक सीधी
टोल प्लाजा में ओवरलोड वाहनों पर ज्यादा वेट होने पर निर्धारित गाइड लाईन के अनुसार टोल लगता है। सोनवर्षा टोल प्लाजा में अभी नई कम्पनी को काम दिया गया है। यदि उसके द्वारा रेत के ओवरलोड वाहनों को बिना कांटा कराये साइड लेन से निकाला जा रहा है तो इस पर जांच करवाता हूं।
आनंद प्रसाद, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई जबलपुर
सोनवर्षा टोल प्लाजा संविदाकार द्वारा यदि ओवर लोड वाहनों को बिना कांटा कराये और शासन के नियमानुसार आनलाईन प्लांटी नही काटी जा रही है। जिससे शासन के राजस्व को हानि हो रही है तो उसकी जांच करा नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
नीलेश शर्मा, एसडीएम गोपद बनास सीधी
रेत के ओवर लोड वाहनों की समय-समय जांच कर कार्रवाई भी की जाती है। इस समय भण्डारण से रेत परिवहन होने के कारण रेत के ओवर लोड वाहनों की संभावना ना के बराबर है। जहां तक सिंगरौली से ओवर लोड रेत के वाहनों की बात है तो जांच करा कर कार्यवाही की जायेगी।
देवेन्द्र महोवे, खनिज इंस्पेक्टर सीधी
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