ददरी कला पंचायत की 20 अगस्त को निर्धारित ग्राम सभा के रजिस्टर में 1-2 सितम्बर को घर और रास्ते में लोगों से हस्ताक्षर करा की गई खानापूर्ति
सीधी : ग्राम पंचायत ददरी कला के सरपंच-सचिव ने ग्राम सभा को मजाक बना दिया। ददरी कला पंचायत की 20 अगस्त को निर्धारित ग्राम सभा के रजिस्टर में 1-2 सितम्बर को घर और रास्ते में लोगों से हस्ताक्षर कराके बैठक की खानापूर्ति की जा रही है।बताते चलें कि शासन के निर्देशानुसार 15 अगस्त को ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा की बैठक आयोजित होनी थी। बैठक के दौरान पंच एवं ग्रामीणों की मौजूदगी में पंचायत के सरपंच की ओर से आने वाले प्रस्तावों एवं निर्णयों की जानकारी कार्यवाही रजिस्टर में दर्ज होनी थी। किन्तु जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत ग्राम पंचायत ददरी कला सरपंच-सचिव द्वारा 15 अगस्त को ग्राम पंचायत की बैठक आयोजित नहीं की गई।
कुछ लोगों के आपत्ति के बाद ग्राम सभा के कार्यवाई रजिस्टर में यह दर्ज किया गया कि जल्द अगली सभा आयोजित की जायेगी। बाद में गोपनीय तरीके से सरपंच-सचिव द्वारा 20 अगस्त को ग्राम सभा आयोजित होने की जानकारी कार्यवाई रजिस्टर में दर्ज कर ली गई। उसमें मनमानी प्रस्ताव एवं निर्णय भी दर्ज कर लिये गये। इसमें सबसे महत्वपूर्ण नल-जल योजना समिति का गठन था। जिसमें सरपंच एवं सचिव द्वारा समिति में कुछ खास लोगों को ही शामिल करना चाहते थे। इसी वजह से ग्राम सभा बैठक का आयोजन सार्वजनिक तौर पर 20 अगस्त को न करते हुये गोपनीय तरीके से कागज में बैठक दर्ज कर ली गई।
अब बैठक आयोजन में उपस्थित लोगों के नाम दर्ज किये जा रहे हैं और सरपंच स्वत: रजिस्टर लेकर लोगों के घरों अथवा सडक़ में मुलाकात होने पर हस्ताक्षर करा रहे हैं। तत्संबंध में बताया गया है कि सरपंच द्वारा लोगों पर दबाव बनाकर बिना ग्राम सभा की बैठक में शामिल हुये ही हस्ताक्षर कराया जा रहा है। सरपंच द्वारा लोगों के घर एवं सडक़ में मुलाकात कर हस्ताक्षर कराने की जानकारी फैलते ही लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। ग्रामीण भी हैरत में है कि आखिर कार्यवाई रजिस्टर में क्या दर्ज किया गया है कि सरपंच को स्वयं रजिस्टर लेकर ग्रामीणों के हस्ताक्षर कराने के लिये घरों एवं सडक़ों में लोगों को तलाशना पड़ रहा है।
००
सार्वजनिक तौर पर नहीं होती ग्राम सभा की बैठक
ग्राम पंचायत क्षेत्र ददरी कला में सार्वजनिक तौर पर ग्राम सभा की बैठक का आयोजन नहीं किया जाता। चर्चा के दौरान कुछ ग्रामीणों का कहना था कि शासन की मंशा है कि ग्राम सभा की बैठक का आयोजन कराने से पूर्व मुनादी कराकर लोगों को तारीख और समय की सूचना दी जानी चाहिये। ग्राम सभा की बैठक में ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहभागिता सुनिश्चित होनी चाहिये, जिससे आवश्यक चर्चा के पश्चात ही ग्राम सभा की ओर से निर्णय लिये जा सकें। ददरी कला पंचायत में ग्राम सभा की बैठक गोपनीय तरीके से होती है। उसमें मनमानी प्रस्ताव एवं निर्णय सचिव द्वारा सरपंच के कहने पर दर्ज किये जाते हैं। जिसकी कोई जानकारी पंचों तक के नहीं हो पाती। सामान्य ग्रामीणों को इसी वजह से पंचायत के कार्यों की कोई जानकरी नहीं होती।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत ददरी कला की ग्राम सभा 15 अगस्त को आयोजित होनी थी। किन्तु इस दिन ग्राम सभा बैठक की कोरम पूर्ति नहीं हुई और अगली सभा जल्द आयोजित करने की कार्रवाई दर्ज की गई। बाद में 20 तारीख को ग्राम सभा बैठक की गोपनीय तरीके से कोरम पूर्ति कर ली गई। इसमें नल-जल योजना समिति का गठन भी होना था, यह सब कार्य गोपनीय तरीके से किया गया है। अब घर-घर रजिस्टर भेज कर लोगों के हस्ताक्षर कराये जा रहे हैं। इस संबंध में सचिव से जब आपत्ति जताई गई तो उनका कहना था कि सरपंच से मिलकर काम करना पड़ता है।
तीरथराज सिंह, निवासी ददरी
ग्राम सभा की बैठक गोपनीय तरीके से कर ली गई। आज 2 सितम्बर को सुबह सरपंच रजिस्टर में हस्ताक्षर कराने आये थे, सडक़ में उनसे मुलाकात हुई। उनके द्वारा कहा गया कि वाटरशेड कमेटी का गठन करना जरूरी है इस वजह से हस्ताक्षर कर दीजिये। उनके द्वारा रजिस्टर में हस्ताक्षर किया गया साथ ही बृजेन्द्र सिंह चौहान और मुट्टू यादव ने भी रजिस्टर में हस्ताक्षर किये।
संजय सिंह, निवासी ददरी
ग्राम पंचायत ददरी कला के ग्राम सभा की बैठक 20 अगस्त को होने की जानकारी रजिस्टर मे दर्ज थी। सरपंच द्वारा 1 सितम्बर को फोन करके अपने घर बुलाया गया और रजिस्टर में हस्ताक्षर करने के लिये कहा गया। जिसके बाद उनके द्वारा बिना बैठक में शामिल हुये ही रजिस्टर में हस्ताक्षर कर दिया गया।
राजेश द्विवेदी, निवासी ददरी
ग्राम सभा की बैठक 20 अगस्त को ग्राम पंचायत भवन में आयोजित की गई थी। घर-घर जाकर हस्ताक्षर कराने की बात निराधार है। ग्राम सभा का रजिस्टर उनके पास है।
सुधाकर सिंह, सचिव, ददरी कला