भोपाल, 31 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश में 01 सितंबर से साक्षरता सप्ताह मनाया जायेगा। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग ने व्यापक तैयारियाँ की हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार साक्षरता अभियान की गतिविधियों को लेकर राज्य शिक्षा केन्द्र ने जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी किये हैं। साक्षरता सप्ताह के दौरान सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों और महाविद्यालयों में साक्षरता के महत्व के बारे में जानकारी दी जायेगी। इसके साथ ही राज्य में संचालित उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के बारे में बताया जायेगा। प्रदेशभर में 2 सितम्बर को साक्षरता रैली आयोजित की जायेगी। रैली में विद्यालय, महाविद्यालय, नेहरू युवा केन्द्र, जन-अभियान परिषद, अक्षर साथियों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। तीन सितंबर को सर्वे कार्य किया जायेगा। सर्वे के दौरान यदि किसी घर में सभी सदस्य साक्षर हैं, तो इसका प्रमाण-पत्र प्राप्त करना होगा। साक्षर होने की स्थिति में घर के बाहर “सम्पूर्ण साक्षर परिवार’’ लिखा जायेगा। अक्षर साथी के घर की बाहरी दीवार पर “अक्षर साथी निवास’’ लिखा जायेगा।
इस साक्षरता सप्ताह के दौरान 4 सितम्बर को प्रत्येक ग्राम में शिक्षक द्वारा असाक्षर पंजी का संधारण किया जायेगा। सर्वे में पाये गये प्रत्येक असाक्षर को “ईच वन-टीच वन’’ के रूप में योजना तैयार की जायेगी। शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को विद्यालय, महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रमों में शिक्षकों द्वारा साक्षरता के महत्व और सभी के लिये शिक्षा पर परिचर्चा आयोजित की जायेगी। इसी दिन साक्षरता गीत, नाटकों एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जानकारी दी जायेगी।
साक्षरता सप्ताह के अंतिम दिन अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर जिला, विकासखण्ड, संकुल एवं ग्राम स्तर पर साक्षरता पर केन्द्रित कार्यक्रम होंगे। प्रत्येक विद्यालय में साक्षरता की शपथ कार्यक्रम, श्रेष्ठ कार्य करने वाले अक्षर साथियों का सम्मान और नव-साक्षरों को कार्यक्रम में आमंत्रित कर उनके जीवन में आये परिवर्तन के बारे में जन-समुदाय को जानकारी दी जायेगी।