लखनऊ 30 अगस्त, (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार को निवेशकों से किये गये वादों को धरातल में उतारने में कोई संकोच नहीं है और निवेशकों को सहूलियत देने के लिए शासन की नीति के अंतर्गत डबल इंजन की सरकार सारे बैरियर तोड़ेगी।
श्री योगी ने यहां लोकभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में 32 औद्योगिक इकाइयों को 1,333 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि का संवितरण एवं 4,884 करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश के लिये 11 औद्योगिक इकाइयों को लेटर ऑफ कम्फर्ट वितरित किया।
इस अवसर पर उन्होने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिए हमारी सरकार ने प्रदेश भर में 125 सीएम फेलो तैनात किए हैं, जो औद्योगिक विकास विभाग के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। अपराध, अपराधी और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेशकों से जो कमिटमेंट किया है, उन्हें धरातल पर उतारने में सरकार को कोई संकोच नहीं है। निवेशकों को सहूलियत देने के लिए शासन की नीति के अंतर्गत डबल इंजन की सरकार सारे बैरियर तोड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश भारत के विकास का बैरियर नहीं बल्कि पीएम मोदी के 2047 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश भारत के विकास के ग्रोथ इंजन के रुप में कार्य कर रहा है।
उन्होने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में अव्यवस्था, अराजकता और अपराध का माहौल था। क्योंकि पूर्ववर्ती सरकार की सोच संकीर्ण थी। उनके पास कोई विजन नहीं था। आज प्रदेश में कानून का राज है और निवेश का बेहतर माहौल है। यही वजह है कि निवेश के मामले में उत्तर प्रदेश भारत का ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है।
विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिनके लिए उत्तर प्रदेश में निवेश के बारे में सोचना भी असंभव था। वो लोग देख लें हमारी सरकार ने असंभव को संभव करके दिखाया है। योगी ने कहा कि फरवरी 2023 में आयोजित हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। उसमें से 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से धरातल पर उतर चुके हैं।
योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में आए दिन प्रदेश में दंगे होते थे। महीनों-महीनों कर्फ्यू लगा रहा था। जब प्रदेश में व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो पूंजी क्या सुरक्षित रहेगी। सीएम योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में यहां के नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। वहीं आज उत्तर प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग की स्थित बेहतर हुई है।
उन्होने कहा कि प्रदेश में 27 सेक्टोरियल पॉलिसी लागू हैं। इन पॉलिसी को बनाने के लिए हमने स्टेकहोल्डर्स से सुझाव लिए। उसमें शासन के दायरे में रहकर जो बिंदु जोड़े जा सकते थे उन्हें हमने जोड़ा।
योगी ने कहा कि इंडस्ट्री और इंस्टीट्यूशन अगर आपस में जुड़ते हैं तो स्किल डेवलपमेंट का एक बेहतरीन प्लेटफार्म तैयार होता है। उन्होंने उद्यमियों से कहा कि इंस्टीट्यूशन को साथ में जोड़ने से आपको अच्छा मैनपावर मिलेगा। पीएम और सीएम इंसेंटिव योजना के अंतर्गत उन युवाओं को आधा मानदेय सरकार देगी।
उन्होने कहा कि हमारी सरकार 36000 एकड़ लैंड में झांसी और कानपुर के बीच में नए औद्योगिक शहर बीडा को बसाने की कार्रवाई को आगे बढ़ा चुकी है। हमारी सरकार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर में बन रहा है। बीडा के बसने के साथ ही हम वहां पर एयरपोर्ट की सुविधा देंगे।
योगी ने कहा कि लखनऊ और उसके आसपास के छह जिलों को जोड़कर स्टेट कैपिटल रीजन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में बिना भेदभाव के बिजली उपलब्ध है। इंडस्ट्री को हम लोगों ने ओपन एक्सेस की सुविधा दी है। वह रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से भी ऊर्जा ले सकते हैं। विगत साढ़े सात वर्ष में प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया गया है। आज प्रदेश में एक्सप्रेसवे, हाईवे और हवाई कनेक्टिविटी शानदार है।
कार्यक्रम में वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के राज्य मंत्री अजीत पाल, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल सागर, निवेशक एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।