बारिश में अतिक्रमण से घिरी हिरन नदी का दिखा रौद्र रूप

० शहर के थनहवा टोला से लेकर चकदही पुल तक नदी के दोनों तटों के ऊपर तक हुआ जल भराव, पैलेस की बाउंड्रीवाल हुई क्षतिग्रस्त

नवभारत न्यूज

सीधी 30 अगस्त। शहर के बाजार क्षेत्र से प्रवाहित और अतिक्रमण से घिरी हिरन नदी ने तेज बारिश के दौरान रौद्र रूप धारण कर लिया। नदी के पानी के आसपास के क्षेत्रों में घुस जाने से तबाही की स्थिति निर्मित हो गई थी। गनीमत यह थी कि तेज बारिश का दौर थम गया और लोगों ने राहत की सांस ली।

बताते चलें कि हाल ही में लगातार तीन दिनों तक रूक-रूक हुई बारिश के दौरान हिरन नदी का जल स्तर तेजी के साथ बढ़ गया। खासतौर से देर रात में तेज बारिश का सिलसिला जारी रहने से नदी का पानी आसपास के क्षेत्र में घुस गया। हिरन नदी के उफान पर आने से सबसे ज्यादा क्षति चकदही पुल के आसपास देखी गई। यहां अतिक्रमण कर नदी के तट पर बनाये गये कई घरों में नदी का पानी घुस गया। वहीं समीपी एक पैलेस की बाउंड्रीवाल नदी के पानी बहाव के चलते क्षतिग्रस्त हो गई। आसपास के खेतों में उफनाती हिरन नदी का पानी भर गया। गनीमत यह रही कि तेज बारिश का दौर थम गया जिससे स्थिति नियंत्रण में आ गई। हिरन नदी के उफान पर आते ही नदी तटों पर अतिक्रमणकारियों के बनाये गये घरों को सबसे ज्यादा खतरा हो गया था। जिसके चलते उनकी धडक़ने बढ़ गई थी। हिरन नदी को अतिक्रमण से मुक्त कराकर उसे सुरक्षित करने की मांग लंबे अर्से से की जा रही है।

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तेज बारिश होते ही उफान पर आ जाती है हिरन नदी

शहर के बाजार क्षेत्र के समीप प्रवाहित हिरन नदी तेज बारिश होते ही उफान पर आने लगती है। यदि लगातार दो-तीन दिन बारिश का सिलसिला चला तो यह रौद्र रूप धारण करना भी शुरू कर देती है। हाल ही मे तीन दिनों तक रूक-रूक कर हुई तेज बारिश के दौरान हिरन नदी उफान पर आ गई। गनीमत यह रही कि तेज बारिश का दौर थम गया, इस वजह से नदी का पानी केवल आसपास के खेतों एवं घरों तक ही पहुंच पाया। हिरन नदी के उफान पर आने का असर सबसे ज्यादा चकदही पुल के समीप देखा गया। यहां पानी आसपास के खेतों में भी काफी दूरी तक भर गया। अब भी यहां काफी पानी खेतों में भरा हुआ है।

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इनका कहना है

शहर के हिरन नदी के बारिश के दौरान उफान पर आने से आसपास के क्षेत्रों में खतरा बढऩे की जानकारी सामनी आयी है। जिसको लेकर संबंधित अमले को अलर्ट किया गया है। बारिश खत्म होने के बाद हिरन नदी के तटों में जो अतिक्रमण है उसको चिन्हित करने के लिये सीमांकन की कार्रवाई सुनिश्चित करायी जायेगी। हिरन नदी से अतिक्रमण हटाना प्रशासनिक प्राथमिकता में है।

नीलेश शर्मा, एसडीएम, गोपदबनास सीधी

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