नयी दिल्ली, 30 मार्च (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के आयकर मामले में धरना प्रदर्शन को ‘चोरी और सीनाजोरी’ का उदाहरण करार दिया है और कांग्रेस ने देश की संवैधानिक संस्थाओं को हमेशा अपनी जागीर समझा है और नियमों एवं कानूनों के अनुपालन को अपना अपमान माना है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद ज़फ़र इस्लाम ने आज यहां पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में आयकर मामले को कांग्रेस द्वारा किये गए धरना-प्रदर्शन पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का यह धरना प्रदर्शन ‘चोरी और सीनाजोरी’ का ज्वलंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक तो नियमों का पालन नहीं करती, जब एजेंसियां इसके लिए नोटिस देती हैं तो उसे अनदेखा करती है। अंत में जब कार्रवाई होती है, तो खुद को पीड़ित साबित करने लग जाती है। अगर आप नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कार्रवाई होना ही है।
प्रवक्ता ने कहा कि जब उच्च न्यायालय ने नियमानुसार कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दी तो ये लोग अब जनता में झूठ फैलाने के लिए धरना-प्रदर्शन का सहारा ले रहे हैं। वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दहाई के अंक में सिमट कर रह गई थी, मगर ऐसे कारनामों के बाद, आने वाले चुनावों में कांग्रेस दस से भी कम सीटों पर ही रह जाएगी।
सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि देश की हर राजनीतिक पार्टी के लिए उसकी आय उसे मिला हुआ चंदा ही होता है। लेकिन इस आय पर छूट पाने के लिए हर दल को आयकर अधिनियम 13(ए) की शर्तों को पूरा करना होता है। आयकर विभाग के अनुसार, कांग्रेस का सच यह है कि असेसमेंट वर्ष 2018-19 में अधिनियम 13(ए) का उल्लंघन किया है। आश्चर्यजनक बात ये है कि कांग्रेस पार्टी को इस असेसमेंट वर्ष के 33 महीने और आयकर आयुक्तालय में उनकी अपील खारिज होने के 10 महीने तक कई नोटिस दिए गए लेकिन कांग्रेस ने इन नोटिसों का अनदेखा किया।
उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने अधिनियम 226(3) के तहत रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की। देनदारी की रिकवरी की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस ने पहले आयकर पंचाट और फिर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, लेकिन दोनों ही जगह उनकी याचिका खारिज कर दी गई। कांग्रेस आयकर विभाग द्वारा अपने खाते फ्रीज किए जाने के बयान देकर भ्रम फैला रही है, जबकि सच ये है कि सिर्फ देनदारी को रोका गया, बची हुई राशि पर कोई रोक नहीं है। उच्च न्यायालय से जब कांग्रेस को फटकार लगी तो ये लोग धरने पर उतर आए।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस से सवाल किया कि कांग्रेस आयकर विभाग के खिलाफ धरना कर रही है या उच्च न्यायालय के खिलाफ? क्योंकि कांग्रेस ने ही जब उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तो उन्हें वहां से भी फटकार ही मिली। कांग्रेस अपने इस कृत्य से सिर्फ जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर पार्टी का यह कर्तव्य है कि वो देश के सर्वोच्च संवैधानिक संस्थानों का सम्मान करे, लेकिन कांग्रेस पार्टी सदैव इन संस्थानों का अपमान करती आई है।
श्री जफर इस्लाम ने कहा कि कांग्रेस ने देश में 60 साल तानाशाह की तरह राज किया। कांग्रेस केवल मेवा के लिए राज करना चाहती है, मगर भाजपा देश और लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहती है। देश की जनता कांग्रेस पार्टी के तौर-तरीकों से भली-भांति परिचित है। कांग्रेस ने केवल टैक्स की ही चोरी नहीं की, बल्कि 2004 से 2014 तक देश में बहुत से घोटालों को भी अंजाम दिया। लेकिन मोदी काल में कानून सबके लिए बराबर है, कानूनी कार्रवाई के बीच कोई आएगा, तो उसे कानून के लंबे हाथों का सामना और देश के कानून का पालन करना ही होगा। श्री राहुल गांधी और श्री मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेता देश के संवैधानिक संस्थानों को धमका रहे हैं। देश की जनता यह समझ रही है कि कांग्रेस चुनाव में हार के डर से घबरा कर हताशा में ऐसा कर रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2जी और कॉमनवेल्थ समेत अनेक घोटाले कर देश के 12 लाख करोड़ रुपए लूटे, मगर इतने के बाद भी अपना आयकर नहीं भर रही है। कांग्रेस मानती है कि देश की संवैधानिक संस्थाएं उनकी जागीर है और नियम एवं कानून को मानने से उनका अपमान होता है। लोग जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी ‘कर की चोर है, करती शोर है, लेकिन पार्टी सीनाजोर है।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जैसे ही अपने किए अपराधों में फंसने लगती है, उसके नेता लोकतंत्र की दुहाई देने लगते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में पारदर्शी लोकतंत्र था, है और रहेगा। कांग्रेस पार्टी के झूठे इल्जामों में कोई भी दम नहीं है और उनकी सच्चाई, देश की जनता के सामने पूरी तरह से प्रकट हो चुकी है।