इंदौर: इंदौर के खजूरी बाजार में देश का एकमात्र यशोदा माता मंदिर है, जहां मां यशोदा कान्हा को अपनी ममता की छाया में समेटे हुए हैं. राजवाड़ा के समीप खजूरी बाजार में स्थित यह मंदिर 220 साल से भी अधिक पुराना है. इस मंदिर में यशोदा मैया की गोद में बाल रूप में श्रीकृष्ण बैठे हुए हैं. महिलाएं चावल, नारियल और अन्य सामन से यशोदा माता की गोद भरती हैं.
मान्यता है कि यशोदा माता की गोद भरने वाली महिलाओं की गोद माता उन्हें कृष्ण जैसा पुत्र देकर भरती हैं. संतान की इच्छा पूर्ण होने की मान्यता के चलते भी इसकी ख्याति दूर-दूर तक है। जन्माष्टमी पर्व पर सोमवार को भी यहां अलसुबह से महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। इनमें से अधिकांश महिलाएं संतान की इच्छा से परंपरा के अनुसार माता यशोदा की गोद भरने के लिए यहां पहुंच रही हैं।
सुबह 9 से 12 बजे तक संतान प्राप्ति के लिए यशोदा माता की गोद भराई की गयी । मंदिर में सुबह 6 बजे महाभिषेक हुआ रात 12 बजे भगवान की महापूजा और जन्म आरती होगी। इसके बाद 12.20 बजे प्रसाद वितरण किया जाएगा।