धार, 26 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार गौ-पालकों को बढ़ावा देगी। दस गायों से ज्यादा लालन-पालन करने वाले गौ-पालकों को अनुदान दिया जायेगा। उनसे दूध ख़रीदा जायेगा। कांजी हाउस बंद करेंगे और सरकार गौ-शालाएं खोलेगी। गाय के दूध उत्पादन पर सरकार बोनस देगी।
डॉ यादव आज जिले के अमझेरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण पर्व आयोजन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में महाकाल लोक की तरह अमझेरा को भी विकसित किया जायेगा। अमझेरा को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित किया जायेगा। जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराम जी के पदचिह्न है उन्हें सरकार तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी। उन्होंने कहा कि उज्जैन के सांदीपनी आश्रम से शिक्षा, जानापाव में भगवान परशुराम से सुदर्शन चक्र प्राप्त कर, और अमझेरा में रुक्मणी वरण कर शौर्य का प्रदर्शन करने वाले भगवान श्रीकृष्ण का दिव्य जीवन अनुकरणीय है। राज्य सरकार ने इन क्षेत्रों के विकास के विशेष कार्य करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि हर हर्षोल्लास के साथ आयोजित किए जाएंगे। समाज का हर वर्ग आनंद और उत्साह के साथ तीज-त्यौहार मनाएं। उन्होंने कहा कि अमझेरा की धरती शौर्य और वीरता की धरती है। यहां के राणा बख्तावर सिंह ने जो लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी वह अद्वितीय है। यहाँ 28 लोगों ने अपना जीवन बलिदान करके हमारे मस्तक को गर्व से ऊंचा किया है। भगवान श्रीकृष्ण को याद करें। उनका पूरा जीवन हमारे लिए पाथेय हैं। भगवान श्रीकृष्ण को माखन चोर कहने वाले प्रसंग को मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की माता ने उनसे कहा था कि उनके लोगों के द्वारा बनाया गया माखन कंस के घर जाता है। बृजवासियों का माखन कंस के यहां नहीं जाए इसलिए वे माखन खा जाते थे और दोस्तों के साथ मटकी फोड़ देते थे।
डॉ यादव ने मटकी फोड़ कार्यक्रम में भी भाग लिया। कार्यक्रम कों संत कमल किशोर नागर ने भी सम्बोधित किया। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने मांग कि की सरदारपुर और अमझेरा में खेल परिसर बनाया जाए। साथ ही यहां कृषि कॉलेज और इंदौर दाहोद रेलवे लाइन से अमझेरा को जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री ने बाल गोपालों को गोद में लेकर स्नेह से दुलार किया। उन्होंने बाल गोपालों को माखन मिश्री खिलायी। धार विधायक नीना वर्मा, सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष सरदार सिंह मेड़ा, मनोज सोमानी, पूर्व मंत्री द्वय राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, रंजना बघेल, पूर्व सांसद छतरसिंह दरबार, पूर्व विधायक मुकाम सिंह किराड़े सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।