स्टॉर्म वाटर लाइन और चौक चेंबर खोलेंगे
सभी विभागों के अधिकारियों के साथ की बैठक
इंदौर: शहर में जलजमाव की खराब स्थिति को लेकर कलेक्टर ने आज सभी विभागों के साथ इमरजेंसी बैठक बुलाई. बैठक में शहर में स्ट्रॉर्म वाटर लाइन और शहर प्रमुख चौराहों पर बंद चेंबर को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. सबसे अहम चर्चा रिंग रोड से आने वाले पानी और नालों के अतिक्रमण पर की गई.दो दिन पहले शहर में बारिश के कारण भारी जलजमाव की स्थिति निर्मित हो गई थी. इस कारण नगर निगम से लेकर प्रशासन की खूब आलोचना हुई. शहर की जनता और यातायात जाम ने करेला और नीम चढ़ा जैसी कहावत को चरितार्थ कर दिया.
मीडिया में नगर निगम के विकास पर सवाल खड़े कर दिए। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कल इंदौर प्रवास के दौरान अधिकारियों को तलब कर जलजमाव की स्थिति पर एक्शन लेने के निर्देश दिए. इसी तारतम्य में आज कलेक्टर ने मुख्यमंत्री के जाते ही नगर निगम, आईडीए, पुलिस, नर्मदा अभिकरण, पीडब्ल्यूडी सहित सभी विभाग के अधिकारियों की आपात बैठक ली. बैठक में कलेक्टर ने शहर में खास कर बीआरटीएस और अन्य स्थानों पर जलजमाव की विस्तृत जानकारी ली. हर प्वाइंट पर के साथ रिंग रोड से आने वाले पानी को क्रॉस करवाने, कई स्थानों पर नाले में पानी जाने के रास्ते बंद होने या अतिक्रमण होने की जानकारी ली.
युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश
बताया जाता है कि अधिकारियों ने बताया कि सामने नाला है , लेकिन पानी भरा रहा है, सड़क डूबी हुई है. इस प्वाइंट पर जल निकासी के रास्ता बंद होने की समीक्षा की गई. साथ ही कलेक्टर नेपलासिया चौराहा पर नाला पास होने के बावजूद जलजमाव का कारण पता किया. जल निकासी का रास्ता बंद कर अतिक्रमण करने का मामला कई जगह पर अधिकारियो ने बताया. इसके बाद शहर में कई जगह स्ट्रार्म वाटर लाइन नहीं होने और ड्रेनेज सिस्टम के चेंबर चौक पड़े होने के भी बात सामने आई. शहर में हर उस स्थान की कलेक्टर विस्तृत जानकारी ली जहां पानी भराया था. इसके बाद कलेक्टर ने संबंधित विभागों को तुरंत एक सप्ताह में जरूरी जगह पर पानी क्रॉस करवाने, नालों से अतिक्रमण हटाने के साथ सिवरेज सिस्टम के चौक चेंबर खाली करने का काम युद्ध स्तर पर करने निर्देश दिए.