दोपहर बाद तेज बारिश में नहाया शहर,सुक्ता व ओंकारेश्वर बांध के दो-दो व इंदिरा सागर का 1 गेट खुले
नवभारत न्यूज
खंडवा। दोपहर 12 बजे तक तेज धूप के बाद मोटी-मोटी बूंदों ने शहर को तर-बतर कर दिया। पंधाना और पुनासा क्षेत्रों में एक इंच के करीब पानी गिरा। खंडवा जिले के सभी क्षेत्रों में बारिश हुई है। खंडवा में तीन पुलिया का बहाव तेज हो गया। 14 करोड़ का हाल ही में बना नाला किसी तरह की मदद नहीं कर पाया।
बांबे बाजार, रेल स्टेशन व बस स्टैंड, गांधी भवन से तीन पुलिया तक सडक़ ही नाला बन गई। शहर के अंदरूनी क्षेत्रों में पानी भराव की स्थिति रही। मौसमविद डा सौरव गुप्ता के मुताबिक सुक्ता डेम के दो गेट खोल दिए गए हैं। ओंकारेश्वर के 2 पुनासा डेम के एक गेट खुले हुए हैं।
26 से नया सिस्टम बनेगा
25 तारीख तक बारिश की स्थिति अच्छी रहने की संभावना है। 26 तारीख तक झाबुआ जिले की तरफ मानसून के बादल मुड़ सकते हैं। खंडवा के ओंकारेश्वर व छैगांवमाखन में 26 तारीख को मानसून सक्रिय हो सकता है। सितंबर की शुरूआत में भी खंडवा जिले में मौसम सक्रिय होने की संभावना है।
पंधाना में 1 इंच से ज्यादा बारिश
जिले में गत 24 घंटो में औसतन 9.4 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों में खण्डवा के वर्षा मापक यंत्र में 2 मि.मी., नया हरसूद में 6 मि.मी. व पुनासा में 18 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जबकि पंधाना के वर्षा मापक यंत्र में 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 23 अगस्त को पंधाना में 1 इंच यानि 24 सेमी बारिश हुई है। पुनासा में 18 मिमी बारिश हुई। बाकी क्षेत्रों में थोड़ी कम बारिश हुई।
कहाँ,कितना पानी गिरा
अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि इस वर्ष अभी तक जिले के खण्डवा वर्षा मापक यंत्र में 628 मि.मी., नया हरसूद में 584 मि.मी., पंधाना में 580 मि.मी. व पुनासा के वर्षा मापक यंत्र में 633 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 23 अगस्त तक खण्डवा में 324 मि.मी., नया हरसूद में 681 मि.मी., पंधाना में 238 मि.मी. व पुनासा में 350 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी। इस तरह गत वर्ष 23 जून तक कुल 417185 मि.मी. औसत वर्षा जिले में हुई थी।
अरब सागर से उठे बादल
फिलहाल जिले में मध्यम बारिश की स्थिति है। महाराष्ट्र से लगे एरिया होने के कारण प्रदेश में यहां अच्छी बारिश की संभावना है। सोयाबीन, कपास व मक्का को पानी की जरूरत भी है। शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई। बादलों का जमघट बना हुआ है। अदरक की फसल वाले खेतों से पानी निकालने की किसानों को सलाह दी गई है। बिजली की चमक भी कुछ इलाकों में देखी गई। अरब सागर का सिस्टम सक्रिय होने के कारण यहां बारिश की मोटी बूंदें गिर रही हैं। कम समय में तेज बारिश हो रही है। मध्यप्रदेश का पश्चिमी हिस्से में बारिश होगी। नदी नाले पूर जाएंगे।