रीवा जिले में लक्ष्य से 101 प्रतिशत हुई खरीफ फसल की बोनी
नवभारत न्यूज
रीवा, 23 अगस्त, जिले में इस बार समय पर बारिश नही हुई और अभी भी बहुत कम वर्षा जिले में हुई है. इस बार किसानो ने धान का रोपा लगाने में ज्यादा ध्यान दिया है. लगभग धान का रोपा लग चुका है, लेकिन कम वर्षा को लेकर किसान चिंतित है. अगर यही हाल रहा तो आगे चलकर धान की फसल प्रभावित होगी.
रीवा जिले की सभी तहसीलों में खरीफ फसल की बोनी का कार्य लगभग समाप्त हो रहा है. खरीफ की मुख्य फसल धान है. धान की रोपाई का भी कार्य लगभग पूरा हो गया है. कुछ क्षेत्रों में एक-दो किसान रोपाई कर रहे हैं. जिले में वर्ष 2024 में खरीफ फसल के लिए 3 लाख 64 हजार 160 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से सर्वाधिक क्षेत्र 2 लाख 66 हजार 210 हेक्टेयर धान का है. जिले में अब तक तीन लाख 66 हजार 50 हेक्टेयर में विभिन्न फसलों की बोनी हो चुकी है. यह निर्धारित लक्ष्य का 101 प्रतिशत है. जिले में खरीफ फसल में सर्वाधिक दो लाख 67 हजार 420 हेक्टेयर क्षेत्र धान का है. रीवा जिले में सबसे ज्यादा किसान खरीफ की फसल में धान की ही बोनी करते है. इस संबंध में उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने बताया कि हाल ही में अच्छी वर्षा से धान की रोपाई में तेजी आई है. धान की रोपाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है. जिले में अब तक 3950 हेक्टेयर में ज्वार, 1120 हेक्टेयर में मक्का, 1390 हेक्टेयर में बाजरा, 5850 हेक्टेयर में कोदौ-कुटकी की बोनी हो चुकी है. दलहनी फसलों में 21470 हेक्टेयर में अरहर, 20430 हेक्टेयर में मूंग, 27780 हेक्टेयर में उड़द की बोनी हो चुकी है. तिलहनी फसलों में 15680 हेक्टेयर में तिल तथा 960 हेक्टेयर में सोयाबीन बोया गया है. खरीफ की फसलों में खरपतवार नियंत्रण तथा कीट नियंत्रण के प्रभावी उपाय करें.
त्योंथर तहसील में हुई सबसे कम वर्षा
जिले में 23 अगस्त को 11.16 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई. इस दिन सर्वाधिक 25 मिलीमीटर वर्षा रायपुर कर्चुलियान तथा 22 मिली मीटर वर्षा गुढ़ तहसील में दर्ज की गई. जिले में एक जून से अब तक कुल 387.16 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है. इस अवधि में तहसील हुजूर में 433.5 मिली मीटर, रायपुर कर्चुलियान में 249.5 मिली मीटर, गुढ़ में 684 मिली मीटर, सिरमौर में 420.4 मिली मीटर, त्योंथर में 213.5 मिली मीटर, सेमरिया में 293.2 मिली मीटर, मनगवां में 542 मिली मीटर तथा तहसील जवा में 261 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है. जिले में गत वर्ष इसी अवधि में 497.8 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी. जिले की औसत वार्षिक वर्षा 1044.6 मिली मीटर है.