वायु गुणवत्ता में सुधार लाने का विशेष प्रयास
कलेक्टर ने बैठक में दिए सर्वे करने के निर्देश
इंदौर: जिले में वायु गुणवत्ता में सुधार लाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं. इसी सिलसिले में इंदौर शहर तथा आसपास कोयले से संचालित औद्योगिक तथा अन्य व्यावसायिक इकाइयों में प्राकृतिक गैस तथा पर्यावरणीय अनुकूल ईंधन का उपयोग सुनिश्चित कराया जायेगा. इसके लिए नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा तत्संबंधी इकाइयों का सर्वे कराया जायेगा. प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जायेगा.
यह जानकारी आज कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा इस संबंध में ली गई बैठक में दी गई. बैठक में नगर निगम के अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा, एमपीआईडीसी की कार्यपालक निदेशक सपना जैन सहित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, उद्योग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी तथा विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में बताया गया कि इंदौर शहर तथा आसपास बड़ी संख्या में कोयले तथा अन्य प्रदूषणकारी ईंधन से औद्योगिक तथा अन्य व्यावसायिक इकाइयां चल रही है. इससे शहर में प्रदूषण बढ़ रहा है. कलेक्टर ने कहा कि कोयले द्वारा संचालित इकाइयों का सर्वे कराया जाये और वहाँ प्राकृतिक गैस तथा पर्यावरणीय अनुकूल ईंधन का उपयोग कराया जाना सुनिश्चित किया जाये. कलेक्टर ने प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम का भी कड़ाई से पालन कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
लकड़ी आधारित फर्निचर इकाइयां शहर के बाहर होंगी शिफ्ट
कलेक्टर आशीष सिंह ने इसके बाद इंदौर शहर में लकड़ी पर आधारित फर्निचर इकाइयों और टिम्बर मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में बताया गया कि टिम्बर मार्केट शहर के सघन रहवासी इलाके में चल रहा है. इससे प्रदूषण बढ रहा है और अग्नि दुर्घटना होने की आशंकाएं हमेशा बनी रहती है. नागरिकों और टिम्बर मार्केट के विक्रेताओं और यहाँ लकडी से फर्निचर बनाने वालों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन सबके मद्देनजर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की गई. चर्चा में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने टिम्बर मार्केट और फर्निचर इकाइयां शहर के बाहर शिफ्ट करने पर सहमति व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास होगा. कलेक्टर ने बेटमा के समीप विकसित किये जा रहे फर्निचर क्लस्टर तथा अन्य वैकल्पिक स्थान पर शिफ्ट करने के संबंध में चर्चा की