ओंकारेश्वर – ( नि प्र )नगर परिषद ओंकारेश्वर पार्किंग को लेकर वाद विवाद की स्थिति फिर बढने लगी है
वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पार्किंग नाका बंद करने के बावजूद राजनीति संरक्षण के चलते फिर चालू किया गया इसको लेकर मामला न्यायालय में जाने की संभावना अब प्रबल हो गई है
जानकार सूत्रों की अगर बात माने तो पार्किंग वसुली दैनिक वेतन मास्टर कर्मचारी संचालित कर रहे हैं नियम अनुसार 24 घंटे में बैंक में राशि जमा की जाना चाहिए किंतु चार से पांच दिन में हिसाब किताब बांटने के बाद खाना पूर्ति के लिए राशि जमा की जा रही है कुछ मास्टर कर्मचारी
जो राजनेता एवं अधिकारियों के बीच गलत फैनी पैदा कर अपने स्वार्थ के तंदूर में रोटी सेक ने का काम भी कर रहा है पार्किंग में काम कर रहे कुछ मास्टर कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ जानकारी भी मीडिया को उपलब्ध कराई है
आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाओं के लिए काफी दर-दर भटकना पड़ रहा है यहां आकर श्रद्धालु यहां की व्यवस्थाओं को कोसत नजर आते हैं जिससे तीर्थ नगरी की छवि भी खराब हो रही है करोड़ों रुपए में जाने वाला पार्किंग ठेका इस वर्ष आदर्श आचार संहिता लग ने एवं राजनेताओं का वर्ध हस्त प्राप्त होने के कारण ठेका भी निलाम प्रक्रिया समय पर नहीं की गई जिसके चलते सत्ता पक्ष के नेताओं के लोग एवं मास्टर कर्मचारी चांदी काटने लगे हैं
सूत्रों ने बताया कि श्रावण के दौरान राजस्व निरीक्षक के अवकाश पर होने के कारण मास्टर कर्मचारी ने मनमाने तरीके से वसुली कटे सत्ता पक्ष के नेताओं के संरक्षण नकली क टे चल लाए जाने की खबरें भी चर्चाओं का विषय बनी हुई है
जनप्रतिनिधियों ने कहा सूचना के अधिकार में सारा मामला स्पष्ट करेंगे मिश्रीलाल कोहरे ने कलेक्टर खंडवा तथा नगर परिषद सीएमओ से मांग की है कि तीर्थ नगरी ओकारेश्वर पार्किंग ठेका प्रक्रिया में निकाय को एक मुस्त राशि मिल जाती है जो तीर्थ विकास में काम आती है लेकिन पिछले दो-तीन माह से मनमानी बढ़ने लगी है यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार हो रहा है तथा नगर परिषद में पदस्त मास्टर कर्मचारी पार्किंग वसूली में जाने के लिए एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं नगर के मूलभूत सुविधाएं जहां चरमरा गई है तो वही निकाय कार्यालय में अधिकांश समय कर्मचारी नदारत पाए जाते हैं कुल मिलाकर भगवान भरोसे नगर परिषद संचालित हो रही है पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली तथा श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं प्रकाश लाइट के साथ वाहन खड़े रहने के लिए जगह नहीं होने से विवाद की स्थितियां बनती है
नगर परिषद का कार्य पुलिस विभाग को करना पड़ रहा है छोटे कर्मचारी चांदी काट रहे मास्टर कर्मचारी को वर्तमान जिस स्थान पर पदस्थ हैं वहां से हटाकर दूसरे विभागों में करने का सुझाव भी कलेक्टर नगर परिषद सीएमओ तथा डीडी इंदौर को पत्र भेजते हुए मिश्री लाल ने कहा की समस्या को गंभीरता से ले तथा तीर्थ की छवि को खराब होने से बचाए तथा मास्टर कर्मचारी वर्तमान सीएमओ एवं राजस्व विभाग के बड़े अधिकारी बन रहे हैं जो कुछ राजनेता लोगों को चापलूसी कर अच्छे अधिकारियों को यहां से भिजवाने में जुगाड़ जमा रहे हैं
क्या कहते हैं जिम्मेदार – –
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व्यवस्था चरमरा ने के कारण कई बार निकाय की वसूली को वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में बंद करवाना पड़ा था
अनोक सिदिया थाना प्रभारी मांधाता
. पार्किंग वसुली में कर्मचारियों के अभाव में मास्टर कर्मचारी को भी रखा है आपके द्वारा मुझे जानकारी दी गई है अभी मैं बाहर हूं कार्यालय पहुंचकर मामले को समझ कर आवश्यक कार्रवाई करूंगा
संजय गिते
सीएमओ नगर परिषद ओंकारेश्वर