फायरिंग करने वाले गार्ड को किया गिरफ्तार
तहसीलदार, पटवारी की मौजूदगी की थी फायरिंग
इंदौर. भौरांसा क्षेत्र में बुधवार को दोपहर जिला प्रशासन की टीम पर उस समय हमला हो गया, जब वह कोर्ट के आदेश पर सात एकड़ जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे. वहां मौजूद गार्ड ने उन्हें डराने के लिए गोलियां चला दी. घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. हालांकि पुलिस ने फायरिंग करने वाले गनमैन को गिरफ्तार कर लिया.
एडिशनल डीसीपी क्राईम राजेश दंडोतिया ने बताया कि अरबिंदो अस्पताल से लगी लगभग सात एकड़ जमीन पर कब्जा हटाने पहुंची प्रशासन की टीम पर वहीं की गार्ड ने अपनी लायसेंसी बंदूक से फायर कर डराने की कोशिश की. दरअसल पिछले कई सालों से अरबिंदो हॉस्पिटल के पीछे सात एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कब्जा है. इसमें से कुछ जमीन अवैध रूप से प्लॉट काटकर बेच दी थी, लोगों ने प्लॉट पर मकान बना लिए थे. काफी समय से यह मामला कोर्ट में चल रहा था, जिस पर न्यायालय ने अवैध निर्माण तोडऩे के आदेश दिए थे. बुधवार को तहसीलदार शैवाल सिंह, पटवारी और पुलिस कुछ जवानों के साथ पहुंच कर वहां पर कार्रवाई शुरु करने के लिए तैयारी की ही थी. दोपहर करीब डेढ़ बजे जैसे ही कब्जे पर बुलडोजर चला तो वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने 12 बोर बंदूक से गोलियां चलानी शुरू कर दी. प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप गिरी ने बताया कि गार्ड ने करीब 10 या 15 गोलियां एक के बाद एक चला दी. घटना से सनसनी फैल गई और वहां मौजूद अधिकारी-कर्मचारी घटना स्थल से भाग गए. हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया.
जबलपुर हाईकोर्ट का हैं आदेश
एसडीएम निधि वर्मा ने बताया कि अरविंदो अस्पताल की जमीन पर ईडी में अटैच हैं, जिस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर अतिक्रमण किया है. मामले में जबलपुर हाईकोर्ट से जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश थे. जमीन पर 13 मकान है, जबकि 10 प्लॉट खाली, वहीं तीन लोग यहां रह रहे थे.
सात एकड़ जमीन पर पटेल परिवार का कब्जा
अरबिंदो हॉस्पिटल के डॉ. नीरज ने बताया कि अस्पताल के पीछे की जमीन पर रेवती निवासी सुरेश पटेल ने सात एकड़ जमीन पर कई सालों से कब्जा कर रखा है. वहीं कुछ जमीन दूसरे लोगों को बेच भी दी जिन्होंने यहां पर मकान तक बना लिए है.